चाहे सारे दुनियाँ -जहां में,
घूम कर देख लेना।
फ़िर मेरे वतन की सरजमीं पर,
एक बार झूम कर देख लेना।
ग़र हो न जाए तुम्हें मोहब्बत...
तो कहना,
हिन्दुस्तान की इस मिट्टी को,
कभी चूम कर देख लेना।-
गुमराह 🤔
(गुमराह🤔)
407 Followers · 107 Following
मैं कोई कवि कोई लेखक नहीं हूं। बस यूं ही तुकबंदी कर लेता हूं।
कभी - कभी जो आप कह नहीं सकते... read more
कभी - कभी जो आप कह नहीं सकते... read more
Joined 24 September 2019
15 AUG 2023 AT 5:56
11 AUG 2023 AT 7:42
मेरे पहनावे से न लगा
मेरे किरदार का अनुमां
ऐ मेरे जाने ज़िगर
ऐ मेरे हमनवां
-
7 AUG 2023 AT 9:54
कोल्हू के बैल 🐂 जैसी हो गई है ज़िंदगी
मैं चला तो बहुत लेकिन पहुंचा कहीं नहीं-
3 JUL 2023 AT 22:36
मैंने कुछ यूँ आसमां को नापने की तैयारी की
मैं नादां था , सबसे पहले परिंदों से यारी की-