Gumnam Musafir   (Gumnam Musafir)
809 Followers · 1.8k Following

Joined 11 April 2019


Joined 11 April 2019
8 OCT 2021 AT 11:05

मेरी कलम चलती तो है पर शायद थोड़ी उदास है,
तुम आना तो मेरे हृदय में समा कर इसकी स्याही बनना।

-


27 SEP 2021 AT 11:29

चाहत ये है कि
हर रात सोने से पहले मैं उसे किताब पढ़ कर सुनाऊँ,
सुनते-सुनते मेरे चहरे के भावों को वो भी महसूस करे,
मेरी मुस्कुराहट पर हँसे
और मेरे रोने पर उसकी पलकें भी भीग जाए।

-


22 SEP 2021 AT 11:05

चाँद फ़लक पर चढ़ा नहीं कि सब अपना रोज़ा तोड़ने लगे,
वो मुझे दिखी नहीं, मानो एक अरसे से मैं रोज़े में हूँ।

-


17 SEP 2021 AT 12:00

कच्ची उम्र में हो गई मोहब्बत का अंजाम बुरा होता है,
आगे सब होता है, बस मोहब्बत नहीं होता है।

-


14 SEP 2021 AT 11:24

शान-ओ-शौकत से जिये सदा
हिंदी ऐसे, जैसे जीते हैं हम,
हमारी वज़ह से है हिन्दी और
हिंदी की वज़ह से हैं हम।

-


13 SEP 2021 AT 10:34

कोई कायदे सीखा रहे हैं,
कोई सलीके सीखा रहे हैं।
जिनके जुबान का कोई मोल नहीं,
वो भी मुझे जीने के तरीके सीखा रहे हैं।

-


11 SEP 2021 AT 11:39

जीवन में भले शामिल ना करो
पर मुसाफ़िर को मन से कैसे निकाल पाओगे?
लाख कोशिशें कर लो खुद को मुझसे दूर रखने की
पर एक दिन मेरे प्रेम से खिंचे चले आओगे।

-


8 SEP 2021 AT 11:17

हमने सदैव पुरुषों के प्रेम को महिलाओं के प्रेम के मुकाबले कम आँका है।
क्या ये प्रेम में पड़े पुरुषों के साथ गलत नहीं हुआ?
क्या इसे ही साहित्यिक अन्याय कहते हैं?

-


28 AUG 2021 AT 18:54



मानने वालों के लिए ईश्वर भी यहीं हैं
और ना मानने वालों के लिए ईश्वर द्वारा बनाई
गई ये प्रकृति भी कोई मायने नहीं रखती है,
प्रेम भी कुछ वैसा ही है।

-


26 AUG 2021 AT 11:46

प्रेम में पड़े लड़कों के लिए वो
सारी कविताएँ पढ़ी जानी चाहिए,
जो कि प्रेम में पड़ी लड़कियों
के लिए लिखी गई है।

-


Fetching Gumnam Musafir Quotes