मैने भी किसी से प्यारा किया था
बदकिस्मती से वो तवायफ निकल गई
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अमूमन हम बहुत कम बोलते है
अगर बोले तो बस हम बोले है
में उनके जख्म भरना चाहता हु
जो मरहम को मलहम बोलते है-
बड़ी मनहूस है वो नही आयेगी
दिल पत्थर का है क्यू ना हो सीने में पत्थर ले के चलती है
प्रेम में पिघलती नहीं है जीवन में तिल तिल जलती है
तुम्हारा तोरण नही बनेगी पहले अपना घर सजाएगी
मद करके आंखो के विष को पलट के प्राण लेती है।
बड़ी मनहूस है वो नही आयेगी-
दस्ते ताजिर चूमने वाले
हम है जंजीर चूमने वाले
यह हकीकत पसंद तोडी है
तेरी तस्वीर चूमने वाले
रह गया शहजादी का खेल,
झुक गए तीर चूमने वाले
सिर्फ बाते ही कर सका रांझा
ले गए हीर चूमने वाले
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बंदर का पिछवाड़ा जैसा चेहरा
और बोलती है की मेरा पीछा करता है
अरे बंदरिया तेरा कारण क्या घर से निकलना और घूमना छोड़ दूंगा।
अरे एक बार रास्ता बदल के देखो फिर हम नजर तक नहीं आएंगे
(ना ही आज तक तेरा कॉलेज तक गए है न ही तेरा घर तक गए है पीछा करते करते है ।)
(इज्जत कमाने का चीज है ,तेरा जैसा लक्षण है न अगर कोई तुमको गली देगा,उसको पाप नही लगेगा)-