आ बैठ जरा कुछ पल को साथ मेरे,
तेरे दिए धोखे की कुछ बात की जाए,,,,,-
कुछ कहानियां ऐसी होती है,
जिनको लफ्जो में समेटना मुमकिन नहीं लगता
हजार बार लिखते है हजार बार मिटाते है,,,,
तब जा के कही कुछ लफ्ज सिमट पाते है,,,,-
अगर best friend forever khna hai to मां को कहिए,
m एक वो ही है जो हमारी कमियों में भी अच्छाई ढूंढ के बता देती है,,
हमारे स्क्रिएट हमेशा छुपाए रखती है,
हम उदास हो तो पीछे पीछे घुमती है, हम खाना कम खाए तो हमारी तबीयत तो ठीक है सोचती है हमारे रोने की आवाज गलती से भी सुन ले तो भर नीद से जग जाए
खुद हमारी गलती पे चप्पल से मारे, और कोई कमी निकाले तो हमारी हजारों खूबियां गिना देती है,,,,
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अजीब ही मंजर है जिंदगी का,
कोई चेहरा छुपाने की कीमत,,,
तो कोई चेहरा दिखाने की कीमत लगा रहा ,,,,,,
किसी का सोना भी जा रहा मिट्टी के भाव
तो कोई मिट्टी से ही महल बना रहा-
आज कल का सबसे सस्ता धोखा,
Follow करके follow back होते ही unfollow कर देना,,,,,,,-
जीवन में मोह उतना रखो जीतना आप अलगाव की पीढ़ा सहन कर सको ,,
वस्तु से मोह ठीक है क्योंकि वस्तु एक ही प्रकार की काफी निर्मित की जाती है आपको मिल अन्य जाएंगी खोजने पर
परंतु किसी व्यक्ति विशेष से मोह अपको कमजोर करता है हम किसी व्यक्ति के प्रेम या मोह का स्थान कभी किसी और के द्धारा भर ही नहीं पाते क्योंकि इंसान एक प्रकार का एक ही बनता है हमें आदत हो जाती है उसकी अच्छी बुरी आदतों की जो किसी और में समान होना संभव ही नहीं ,,, किसी के होने की आदत लगानी बुरी है ,क्युकी फिर उसका न होना हमें खुद को नष्ट करता है-
लोटा (जल भरने का पात्र) देखकर मन विचलित होना लाजमी है,
एकदिन इसी लोटे में बंद कर के गंगा में प्रवाहित कर दिए जाएंगे,,,,
हास्यप्रद परंतु बात तो सत्य है
#anshkishyahi-
विरह, वेदना, अलगाव, शोक कभी कभी अंतर्मन को भी तोड़ जाता है प्रेम,,
कभी नायक नायकिया कभी चलचित्र
कभी स्वयं के लिए मौन चेतना छोड़ जाता है प्रेम,
कभी विरोधी कभी वैराग्य तो कभी अपने अर्थ को लिए गुढ़ हो जाता है प्रेम
दुःख के पथ से चाहे निकलते हो है मार्ग इसके प्रवेश कर हृदय में नहीं छूट पाता है प्रेम,,,
मां के लिए बिलखते बच्चे, बच्चों के लिए बिलखती मां
प्रेमी के लिए प्रेमिका ,पत्नी के लिए पति या हो एक बहन का भाई के लिए अश्रु प्रवाहित करना ,
कभी वक्त से परे कभी वक्त के अनुरूप अपने रंग दिखलाता है प्रेम,,,,,
अगर हो सत्यता की कसौटी को साथ लिए तो कहा कब साथ छोड़ पाता है प्रेम,,,
भागता ,दौड़ता, बहुत बचता है इंसान फिर भी अंतर्मन को तोड़ जाता है प्रेम 🤐🤐 #anshkishyahi-
Husband - wow what a life you women have got two houses, sometimes here sometimes there
Wife -Yes, God has given us such good luck that we Gave us two houses (the wife cries with tears in her eyes as soon as she says this)
husband - what happened
Wife - Have you ever thought that even after having two houses, a woman does not belong to any one house?
Even if something goes wrong, no matter how much trouble a woman gets into, even then she is afraid to live in one house, then she is afraid to be thrown out of another house (the wife wiped her tears and started doing her household work)-
तुम्हें हम भी सताने पर उतर आए तो क्या होगा,
तुम्हारा दिल दुखाने पर उतर आए तो क्या होगा,
मुस्कुराहट छीन के हमारी हमें ही बदनाम करते हो,
अगर हम सच बताने पर उतर आए तो क्या होगा।-