गुमनामी में खो से गए लगते होतुम तो जिंदगी के बीमार लगते हो।। -
गुमनामी में खो से गए लगते होतुम तो जिंदगी के बीमार लगते हो।।
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चंद लम्हे ही काफी होते है सालों के रिश्तों को अनजान बनाने के लिए -
चंद लम्हे ही काफी होते है सालों के रिश्तों को अनजान बनाने के लिए
आज भीड़ में खड़े होकर अपने आप से बातें की पता चला कि कितने अकेले हैं हम -
आज भीड़ में खड़े होकर अपने आप से बातें की पता चला कि कितने अकेले हैं हम
गुमनाम थे तो बेहतर थातेरे शहर में अब बदनाम हो गए हैं -
गुमनाम थे तो बेहतर थातेरे शहर में अब बदनाम हो गए हैं
वो आए कब्र पर मेरी मेरे रकीब के साथकौन कहता है मुसलमान जलाये नहीं जाते मरने के बाद -
वो आए कब्र पर मेरी मेरे रकीब के साथकौन कहता है मुसलमान जलाये नहीं जाते मरने के बाद
तेरी तारीफों के कसीदे तो मैं भी पढ़ देतापर यूँ आँखों का बोलना मुझे अच्छा लगता है -
तेरी तारीफों के कसीदे तो मैं भी पढ़ देतापर यूँ आँखों का बोलना मुझे अच्छा लगता है
मुझसे असहज तुम होना नहींअपनी हदों को भूल जाऊँइतना बेग़ैरत मैं नहीं -
मुझसे असहज तुम होना नहींअपनी हदों को भूल जाऊँइतना बेग़ैरत मैं नहीं
अब नहीं मन होता तुमसे पूछने का कि कब आओगे -
अब नहीं मन होता तुमसे पूछने का कि कब आओगे
मंज़िल दिख न रही, ये कैसे बादल छटते ही नहीं -
मंज़िल दिख न रही, ये कैसे बादल छटते ही नहीं
समय जब साथ नहीं होता तो कोई अपना नहीं लगता -
समय जब साथ नहीं होता तो कोई अपना नहीं लगता