Ğüjjãř Šãhb   (शायरे------लखनवी कि कलम से✒✒)
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Joined 26 November 2017


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29 OCT 2022 AT 3:10

Suno na har roj rula dete ho
Mere dard se tumhe dard nhi hota

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17 JAN 2022 AT 1:06

बड़ा शदीद हुआ
इश्क का आज़ार हुआ
यूँही बस दिल लिए बैठे थे
फिर से प्यार हुआ

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12 FEB 2021 AT 20:31

खुद को वफादार और मुझे बेवफा बताने लगे हो
क्यों मुझे इतना सताते फिर रहे हो पूरा का पूरा
आजमा लिए फिर भी दिल नहीं भरा जो
अब मेरा सबर आजमाते फिर रहे हो...

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10 FEB 2021 AT 18:16

एक जंगल है तेरी आंखों में जहां
मै राह भूल जाता हूं
तू किसी रेल सी गुजरती है
मै किसी पुल सा थरथरता हूं..

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10 FEB 2021 AT 17:56

अशिको के सात दिवसीय त्योहार का
आज चौथा दिन...
आज कन्याओं को प्रसाद रूपी टेडीबियर
का भोग मिलेगा...

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9 FEB 2021 AT 21:30

आशिकों के सात दिवसीय त्यौहार का आज तीसरा दिन है

आज कन्याओं को चाकलेट रुपी भोग
चढ़ाया जाएगा !

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8 FEB 2021 AT 14:25

सुना है आज परपोज डे हैं
अरे कोई हमें भी कर दे परपोज...
हम भी बनना चाहते है खिलौने किसी के...

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8 FEB 2021 AT 14:07

प्यार तो मेरा भी सच्चा था
पर सरकारी नौकरी नहीं थी....

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7 FEB 2021 AT 20:41

वो तीसरा ही था
जो नजदीकियों कि वजाय
दूरियां बना गया वो...
मेरी मोह्बत नहीं मेरी
सासो को लेकर गया ...
वो तीसरा ही था...

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7 FEB 2021 AT 20:30

एक इश्क़ हमारा भी था
एक गुलाब हमारा भी था...
जिससे खुशबू आती थी...
क्यो कि वो गुलाब नहीं
इश्क़ हमारा था....

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