Meet kapil
कुछ सनकीयों की
बदौलत
दुनिया चल रही है
अक्लमन्दों ने तो
बेड़ा गर्क कर रक्खा है😂
( महाशय आजकल सभी
परिचितों के टीकाकरण
अभियान
में नखशिख जुटे हैं
कुल जमा 😂20 जन )
-
हिंदी की प्रयासरत लेखिका
Aadeez....
हर एक शख्स को दावा है पारसाई का..... read more
देखना पीछे छूट न जाए जिंदगी
सफर के लिए जितना जरूरी हो
काफिले में
बस उतना ही सामान रखना
खुदगर्जी के चोर डाकू कहीं
लूट न जाये जिँदगी
-
"कल जब विश्व के लोग
आएंगे और कहेंगे कि
कम्प्यूटर
के लिए हमें #संस्कृत के
विद्वान दो हम
talking computer
बनाना चाहते हैं "--sushma swraj
(अनुशीर्षक पढें
read in caption)👇👇
-
तुम रहने दो ,
वर्णन क्या करोगे
वो निर्मोही बड़ा कुटिल है
हमारे क्रंदन उस तक यों ही
पहुंच जाए करते हैं
इसी लिए निर्लज्ज ने तुम्हे भेजा है
उससे भी कहाँ देखा जाएगा,,
हे उद्धव
-
ये समय फिर वहीं आ पहुंचा
जहाँ मैं ठहरी रही अभी तक..
मेरे हाथ से रेत फिसलती रही
मुट्ठी भिंची ही रही अभी तक..
मौसमों का क्या है!!
ये बिगड़ैल किसी की कहाँ सुनते हैं !!
ये आसमाँ रंग जाते हैं शाम को
सुबहा को मिटाती रही अभी तक..
ये बागी तेवर देखे ?
इन हवाओं के...सब झूठे हैं!!
मैं अकेली बैठी रही बगावत पर ...अभीतक..
-
कभी कभी हम
जीवन के ऐसे पड़ाव पर होते हैं
जहाँ से एक कदम
गलत दिशा में बढ़ाने से
पूरा रास्ता हमें खिंच लेता है...
एक कभी न सुलझने वाली
भूलभुलैया में-