इच्छाओं को अपना गोल बनाकर देखें,,,
एक दिन ऐसा होगा की, हर इच्छाऐं आपके जीवन को सार्थक बनाएगी..........✍️-
अपने होते हैं इसलिए फर्क पड़ता हैं,
क्या पता था कि लोगों के नए रिश्ते बनते ही,
बचपन के रिश्तों को भूल जाते है.............✍️-
कुछ लोग अपने होते है, इसलिए फर्क पड़ता है,,,,
क्या पता था कि लोगों के दिन बदलते ही अपनों को भी भूल जाते है...........✍️-
पता नहीं क्यों,
अब लग रहा कि बोझ बन गए है, हम
कोई तो रास्ता निकालना होगा........✍️
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स्वार्थ की रिश्तेदारी
कोई नहीं होता इस दुनिया में किसी का,,,
रिश्तों में भी सबको फायदें की लगी बीमारी है,
स्वार्थ से चल रही यह दुनिया सब मतलब की रिश्तेदारी है,,
"कौन भाई कौन बहन सब दिखावा है"-
हर किसी की इज्जत करो क्योंकि,
लोग सिर्फ प्यार के भूखे है,,,,,✍️
बातें कुछ अनकही सी-
कभी-कभी तकलीफ में भी मुस्कुराना पड़ता है,,
ताकि हमारे घर वाले हैं हमारे लिए परेशान ना हो,,,-
कहते है, पिता एक उम्मीद है,
पिता एक आस है,
परिवार की हिम्मत और विश्वास है,
बाहर से सख्त और अंदर से नरम है,
But
मैं कहती हूं ,
हर पिता में ऐसी खासियत नहीं होती,,,✍️-