"SEVA"
If you are receiving DUAA that's called SEVA but if you done SEVA with intention to recieving DUAA, that's not called true SEVA, because SEVA wants your NISHKAAM KARMA.
- Miss Garima Poyam "Sthitpragyaa"
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सहायक शिक्षक विज्ञान(Assistant Teacher Science),हिन्दी ... read more
बापू ( गाँधी जी)
🙏🙏 जन्म दिन की आत्मीय बधाई गाँधी जी ( मेरे प्यारे बापू)
आपकी गौरव गाथा अनंत काल तक भारत वर्ष में गूंजती रहे। आप मेरे प्रेरणा स्रोत थे, हैं और रहेंगे तब तक जब तक मैं जीवित हूँ।अगर मैं तृण मात्र भी आपके विचारों को आत्मसात कर पाऊँ या आपके जैसा बन पाऊँ तो यह मेरा परम सौभाग्य होगा। माँ भारती के प्यारे सपूत मेरे बापू आपके चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन। 🙏🙏✨✨✨😇😇😇
- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"-
कवयित्री:- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"
विषय:- जिन्दगी खूबसूरत है
जिन्दगी खूबसूरत है,
बस बुराई त्यागने पर,
अच्छाई स्वीकारने पर।
जिन्दगी खूबसूरत है,
बस शिकायतें त्यागने पर,
धन्यवाद स्वीकारने पर।
जिन्दगी खूबसूरत है,
बस अहम् त्यागने पर,
विनम्रता स्वीकारने पर।
जिन्दगी खूबसूरत है,
बस सार्थक जीने पर,
निरर्थक त्यागने पर...।
- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"
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मेरा भगवान से इतना वास्ता है कि मुझे एक पंखा चालू करना हो तो भी मैं सारे बटन दबाती हूँ क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है कि बंद और खराब पड़े पंखे और लाईट भी एक दिन चलेंगे और जलेंगे। -कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"
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विषय:- बारिश होने पर सबसे ज्यादा खुश कौन होता है
कवयित्री:- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"
कविता अनुशीर्षक में पढ़ें। 👇👇👇
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जरूरत
इंसान को जरूरत है इंसान बनने की और इस जरूरत की इंसान को बहुत जरूरत है।
- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"-
चाँद की उपमा दी जाती है सुंदरता के लिए लेकिन चाँद भी धरती पर होता और इंसान होता तो वह भी लोगों को पसंद न आता, कोई न कोई खामी उसमें भी दिखती।
- कुमारी गरिमा पोयाम स्थितप्रज्ञा-
हिन्दी क्या है?
कवयित्री:- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"
कविता अनुशीर्षक में पढ़ें।👇👇👇-
हिन्दी दिवस
हिन्दी मेरे पिता जी और दादा जी की तरह है जितना सम्मान और प्रेम मैंने उसे (हिन्दी) दिया है, उससे कहीं अधिक सम्मान और स्नेह उसने (हिन्दी) मुझे लौटाया है। -कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"-
अच्छे लोग महंगा कपड़ा नहीं पहनते हैं या महंगे कपड़े पहनने वाले लोग सस्ते होते हैं और सुंदर लोगों का मन काला होता है सदियों से ये अफवाह धन से नहीं मन से अभावग्रस्त लोग उड़ा रहे हैं और हम मूर्ख मान भी रहे हैं।
- कुमारी गरिमा पोयाम "स्थितप्रज्ञा"-