मेरा हश्र भी जमाने जैसा होना था। में भी तो उन सा ही एक खिलौना था।। जो सबने खोया मुझको भी तो खोना था। उसके गम में अब मुझको भी रोना था।। बेसाखियों पे प्यार को अपने ढोना था। बिना तुम्हारे तकिए के संग सोना था।। तेरी यादें तेरा ख्वाब मेरा यही बिछोना था। कब तक चलता आखिर ये तो होना था।। काली रातें चांद से यारी मेरी होना था। अब हाथ में तेरे हाथ किसी का होना था।। आंसू की बूंदों में जख्म ये दिल के धोना था। प्यार में तेरे पथिक को खुद को खोना था।।
जो पूछता है कोई, सुर्ख क्यूं है आज आंखें। तो आंख बनके में कहता हूं, रात सो ना सका। हजार चाहूं मगर, यह ना कह सकूंगा कभी। कि रात रोने की ख्वाहिश थी, मगर रो ना सका।।
It is very important to have stagnation in life, what went wrong which came and stayed till you? जीवन में ठहराव का होना बहुत जरूरी है, क्या ग़लत हुआ? जो में तुम तक आकर ठहर गया।