बार बार वापस तो नहीं बुलाता
बिछुड़ जाने के बाद अब याद भी नहीं आता
क्या हालात क्या बेताबी सी है पाल ली है मैंने मन में
इस पुरी दुनिया में बस एक शख्स ही तो मेरे पास नहीं आता
कितना समय लगा है सदमे से उबरने में मुझको किसको बताएं
ये जो खिड़की है मेरे घर उसको पता है की ये एक शख्स दरवाजे के बाहर भी नहीं जाता ।
-