कभी कभी यू ही दिल भर जाता है,
न जाने किस बात पर गुस्सा आता है,
कुछ ज़ख्म यू ही दर्द देने लगते हैं,
यू ही बेवजह आंसू बहने लगते हैं,
वो कौनसी मोहब्बत है जिसका ग़म है मुझे,
वो कौनसा किस्सा है जो पता नहीं मुझे,
किस बात ने मेरा चैन खो लिया है,
किस शख्स ने मुझे ये दर्द दिया है,
जब चला जाऊँ दूर तो भुला भी देना, और
सो जाऊँ जब आखिरी नींद अपनी,
राज को अपनी बाहों में सुला भी लेना.....
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