दुनिया का मेला है
या प्रश्नों का घेरा है
जीवन की स्वारी में
हर एक इंसान अकेला है
संघर्ष ही संघर्ष है जीवन में
सभी लगे पड़े है जीवन की दौड़ में
खुद को जीताने की होड़ में
अपनो की खुशियों को छोड़ के
ना खुशी की परवाह
ना जीने का ढंग है
बस चल रहे है
अपने में ही मग्न
एक से बढ़कर के जाबाज़ है
यहां हर कोई खुद में व्यस्थ है
न परवाह किसको किसकी
यहां ऐसे प्राणियों का मेला है।
- Sakshi Baldi-
My family is my everything ❤️❤️
Working hard to become a Doctor 👩⚕️and... read more
It's ok to fail
but not making courage to start again isn't ok
It's ok to cry
But not for same thing again & again
It's ok to compare
But not with another person
It's ok to be dreamer
but not a daydreaming
It's ok to be passionate
but leaving loved one's behind isn't ok
- Sakshi Baldi
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ताळमेळ जीवनाचा
असा गुंतून राहिला
धडपडची च्या जीवनात
माणुसकी विसरला
जीवनाची बस
एक आस
आज ना उद्या
जीवनाला करू खास
सुख दुःखाची ची माळ
कधी उत्साहाचा काळ
स्वतःला निरखु या
जीवन बिनधास्त जगू या..
-Sakshi Baldi
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माझ्या जीवनाचा आधार
माझ्या स्वप्नांचा शिल्पकार
माझ्या उंच झेपची कहाणी
तर माझ्या अपयशात साथ देणारी व्यक्ति
कधी हसवुन सांगणारे
कधी चिडून रागवणारे
तर कधी मिठीत घेऊन बोलनारे
पण सर्वात जास्त मला जपनारे
कधी अभिमान
तर कधी माझा स्वाभिमान आहे बाबा
माझे सर्वस्व
माझे आयुष्य माझे बाबा
Sakshi Baldi
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मन माझे फुलपाखरू,
गुंतुन आकाश मध्ये...
मन भिर भिर वाटे ,
गुंफून जाते नव्या दिशेकड़े...
उल्डत्या मनाने,
मी भीर भीर उड़ते स्वप्नामधे...
परिवर्तनाच्या झूंजित,
अपेक्षांच्या स्वारीमध्ये....-
लकीरे तो बाकी है ना
कुछ करने का जज्बा
चाहत की आशा
और मेरे सपनों की अभिलाषा
बाकी है ना.....
सपने अधूरे हुई तो क्या
उन्हें पूरा करने का हौसला तो बाकी है ना...-
Devote your time
in achieving healthy victory
not a pyrrhic victory.-