जीवन में चाहे कितनी भी कठिन से कठिन
प्रस्थितियों क्यों न आए पर जीवन अपने
पथ से कभी नहीं डगमगाए।
-
जब वो दुनिया को नहीं बल्कि
खुद को बदलना शुरू कर देता हैं।
जो लम्हा साथ है
उसे जी भर के जी लो
कमबख़्त ये ज़िन्दगी भरोसे
के लाइक नहीं!!-
मैं वो किताब हूं..
जिसके पहले पन्ने पर प्रेम
और आखिरी पन्ने पर प्रतीक्षा...
बीच के हर पन्ने पर खामोश
एहसास आंसुओं में लिपटे दर्द का हैं।-
दर्द की जंजीर में यहाँ सभी बंधे हुए है,
कोई बोल के यहाँ अपनें दर्द को बया
करते है तो कोई चुप रहकर हमेशा दर्द
सहते रहते हैं ।-
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना।
बट ये जो ज़िन्दगी है मुझे समझदार किये
जा रही हैं ।-
आप के पास कितना धन - दौलत है ये कोई मायने
नहीं रखता, जब आप अपने जीवन में खुश ही नहीं
रह सकते एक संन्यासी के पास कुछ भी नहीं रहता
लेकिन वो बहुत ज्यादा खुश रहतें है, इसका मतलब
ये है उनको कोई लोभ नहीं रहता लेकिन आप इसलिए
खुश नहीं रह पाते की क्योंकि आपका लोभ हमेशा बढ़ते
रहता हैं ।
-
एक बार किसी से कोई बात को लेकर मन दुःखी
हो तो उन बातों को तभी भूल जाना बेहतर होगा
ना की उन बतों को बार - बार अपने अंदर लाकर
फिर से अपने आप को दुःखी करते रहना ये हमारे
जीवन के लिए बहुत घातक हो सकता हैं।
जय श्री कृष्णा-
ज़िन्दगी भी एक किताब सी होती है,
सबकुछ बिना पूछे कह देती है,
ख़ामोश रह के भी....!!-
जिम्मेदारियां जिंदा है ,
पर शौक मर गए ,
ये हादसा यहां बहुतों के साथ हुआ है....!!-