नाज़ुक दिल रखते हैं
पर पत्थर सा हुनर रखते हैं,
जो हो समंदर इश्क़ का
तो डूबने की फ़ितरत रखते हैं.-
Girish Nagar
(Spark Giri)
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❤️❤️ मैं खुद ही सोच कर, दूसरों को पढ़ कर भी उससे कुछ सीख कर लिखता हूं, यहा जो भी शायरी, प... read more
Joined 3 February 2023
10 MAR 2024 AT 15:56
10 MAR 2024 AT 15:53
चाहे पत्थर
कण कण टूट जाए,
जो लहरे हो सुनामी की तो
वो उसमे डूब ही जाए..-
10 MAR 2024 AT 15:30
दिलों से खेलने की हसरतें ना रही कभी दिल से,
हम तो पहले से ही बैठे हैं ग़मों के दहकते शिखर पे..-
10 MAR 2024 AT 15:08
जीता हूं दिल में एक ही लिए जिद,
के मेरी वज़ह से ना उड़े किसी की भी नींद...-
10 MAR 2024 AT 15:05
चाहे तु तो मेरे दिल से खेल लेना,
पर मेरे स्वाभिमान को छोड़ देना...-
10 MAR 2024 AT 14:57
हमारा बिखरना ही जो है तुम्हारा निखरना,
तो पत्थर के कण कण से तु संवरना...-
10 MAR 2024 AT 14:48
मत इतरा इतना मेरे ख़ुदा,
तुझसे ही मिलकर खुद से ही हो गया हू ज़ुदा.-
7 MAR 2024 AT 21:54
चांद को पता है ग़र वो टूट गया आसमाँ से तो,
समंदर दहकते गिरी को डुबो लेगा अपनी आगोश में.-
4 MAR 2024 AT 22:39
चैन कहा अकेलेपन मे,
बेचैन हर धड़कन सूनेपन में,
है तड़प इतनी उसके मिलन की,
के बर्फ भी बन गई गिरी पर,
खौलता लावा तन्हाइयों की जलन मे.-