मैं तुम्हारे पास रहकर भी दूर जा सकता हूँ,
तुम्हारे ही तरह किसी और संग भी निभा सकता हूँ,
तुम न समझो मैं मौन हूँ, तो चुप हूँ!
मैं तुम जैसे न जाने कितनों को चुप करा सकता हूँ।-
🎂29th November
💝 Committed With FutureGoals
#Ishqholic #Ven... read more
बहुत जज़्बात संभाले हैं मैंने,
बहुत राज़ छुपाये हैं!
न जाने किस राह चलना शुरू किया,
न जाने किस मोड़ चले आये हैं।-
तेरे क़रीब आने की ज़िद छोड़ दी है,
तेरे शहर से जाने की ज़िद छोड़ दी है,
हर कोई बुलाता है जिस तरह हमको घर में,
हमने अपना घर बनाने की ज़िद छोड़ दी है।-
शिकायतें कम हैं, तकलीफें ज्यादा है,
ऐ दोस्त क्या तेरा भी दूर होने का इरादा है।-
मेरे होंठ सूख जाते हैं जब,
तब तुम्हारे होंठों की नमी का एहसास होता है।
तुम थोड़ा दूर हो जाती जब,
तब मुझे तुम्हारी कमी का एहसास होता है।-
Usne Mujhe Apne Paas Fir Bulaya Hai Kisliye?
Wo itne Saalon Baad Mere Qareeb Aya Hai Kisliye?
Sab Kuch To Bata Kar Gaya Tha Wo Mujhe,
Fir Ye Dubara Mujhpar Pyaar Aya Hai Kisliye ?-
लबों पर निशब्द होने का डर रहता है,
लड़ते है मगर चुप सारा शहर रहता है,
कैसे कोई किसी को बस धर्म के नाम पर मार देता है,
जबकि सबके भीतर अपना एक धर्म रहता है।-
मैं तेरे सीने से लग कर सारे झूठ पढ़ लूंगा,
मुझे अब तेरी नज़रों पर भी भरोसा नहीं।-
तेरे साथ ठीक थे, तेरे बाद भी ठीक होंगे,
आख़िर तूने इश्क़ में इंतज़ार के सिवा दिया ही क्या है।-
इतनी बेरुख़ी से,
उसका रिश्ता चलता कैसे है!
मैं उसके आईने से पूछूँगा,
कि वो चेहरा बदलता कैसे है !-