Giriraj Aggarwal   (WorldsOfWritersINTROVERT)
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I'M Rarely Bored Alone,
I am Often Bored in groups and crowds.
Yes I am Introvert.
Joined 17 May 2019


I'M Rarely Bored Alone,
I am Often Bored in groups and crowds.
Yes I am Introvert.
Joined 17 May 2019
3 FEB AT 19:40

**गुजारिश**

तेरी बस एक हाँ की दरकार है,
मोहब्बत मेरी तेरे इकरार के इंतजार में है।

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29 JAN AT 18:15

कश्ती में अकेला, दरिया के बीच, दुनिया से दूर, बस खुद के करीब। हवा संग बहती है मेरी तन्हाई, लहरों की गोद में सुकून की रिहाई।

न शिकवे कोई, न चाहत की डोर, बस मौजों के संग मेरा हमसफर ये शोर। जहां न कोई मंज़िल, न कोई किनारा,
बस मैं हूँ, समंदर है, और खामोश इशारा।

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23 JAN AT 12:55

This unfaithful life, stopped at every turn, dreams were broken, and hopes remained scattered.

We are following the ritual of living in the shadow of sorrow, but silence keeps echoing in the wilderness of the heart.

We are drowning in the river of helplessness, the mourning of my pain is present in my every breath.

Now even my desires have stopped, I am alive but I don't feel like living.

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22 JAN AT 21:42

बेवफ़ा ये ज़िंदगी, हर मोड़ पर ठहरी रही,
ख्वाब भी टूटे, और उम्मीदें बिखरी रही।

ग़मों के साये में जीने की रस्म निभा रहे हैं,
पर दिल के वीराने में खामोशी गूँजती रही।

मजबूरी के दरिया में डूब रहे हैं हम,
मेरी हर सांस में बसा है मेरे दर्द का मातम।

अब ख्वाहिशें भी थम गई हैं मेरी,
बस जिंदा हैं, पर जीने का मन नहीं।

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21 JAN AT 23:27

"Beneath the vast, drifting clouds, I sit alone, finding solace in the quiet embrace of the sky"

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21 JAN AT 20:17

रूठ के जो गई, वो चुपचाप सी रह गई,
दिल के अरमान कहे थे जो, वो उलझन में रह गई।
प्यार था मगर, जुबां पे आ न सकी,
दिल की बात कह दी, पर बात बन न सकी।

खामोशी के साए, अब हमें घेरे हुए हैं,
वो दूर हो गई, हम अकेले हुए हैं।
झिझक की दीवारें अब बीच में खड़ी हैं,
पर दिल की उम्मीदें अब भी बड़ी हैं।

क्या कहूं, कैसे कहूं, दिल का हाल,
कि वो लौट आए, फिर से आ जाए बहार।
माफ़ी का पैगाम दिल से भेजूंगा,
उसके रूठे मन को मैं कैसे न कैसे मना ही लूंगा।

शायद वो भी चाहे, ये दूरी मिट जाए,
प्यार की हर ग़लती, अब खुशी में ढल जाए।
बस एक मौका और, ये दिल मांगता है,
उसके बिना ये जीवन अधूरा सा लगता है।

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20 JAN AT 19:09

**इंतजार**
बीते बरसों की धूल में छुपा एक वादा,
तेरा लौटना अब भी मेरा दिल का इरादा।

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16 JAN AT 21:51

और
अजनबी राहों में, तेरा दीदार हुआ,
एक पल में ही जैसे, मेरा संसार हुआ।
तेरी मुस्कान में छुपी, कोई खास बात थी,
जैसे दिल को मेरे, कोई नई सौगात मिली।

तेरे साथ गुज़ारे पल, अनमोल खजाना है,
तेरे बिना ये दिल, अब वीराना सा है।
तू मेरे सफर की वो खूबसूरत राह है,
जिससे मिलकर, मेरी हर चाह है।

ऐ अजनबी, तुझसे मिलकर लगा,
जैसे अधूरी कहानी को, मुकम्मल पता मिला।
तू ही है वो, जिसकी तलाश थी मुझे,
तेरे बिना ये सफर अधूरा सा लगे।

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15 JAN AT 10:26



ज़िंदगी के सवालों में उलझा हुआ हूँ,
हर कदम पर मैं खुद से जुदा हुआ हूँ।
मंज़िल की तलाश में चला था सफ़र,
पर हर मोड़ पर खुद को ग़ुमशुदा हुआ हूँ।

कभी सोचा था खुशियों का होगा बसेरा,
पर दर्द का हर बार मिला एक नया चेहरा।
जिंदगी में जो चीज़ चाहिए ही नहीं,
उसके लिए उदास होने की क्या जरूरत है,

जो अपने हैं, वो पास हैं यही काफी है,
खुशियों की तलाश में ना हो कोई नाफरमानी है।
ज़िंदगी तो बस एक धड़कन की कहानी है,
इस पल को जीना ही असली रवानी है।

इस तलाश में खुद को ना भुला देना,
खुद से प्यार करना कभी ना घटा देना।
जिंदगी में जो चीज़ चाहिए ही नहीं,
उसके लिए उदास होने की क्या जरूरत है, यही हकीकत समझा देना।

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14 JAN AT 18:06

तीन बरस बाद लौटा, उसके शहर की गली में,
वो मिली फिर से, बस दस सेकंड की मिली में।
नज़रें नहीं मिलीं, ये भी अच्छा ही हुआ,
दिल की धड़कनों ने, फिर एक नया किस्सा लिखा।

रात के सन्नाटे में, सिगरेट का सहारा है,
गाना वही पुराना, जो दिल का किनारा है।
आँखें भीगी-भीगी, दिल की बात कह रही,
ख़ुदा का शुक्रिया, जो ये एहसास दे रही।

मोहब्बत जिंदाबाद, हर धड़कन की जुबां है,
वो पल जो बीता, दिल में एक नया जहां है।

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