फिर बारिश तो होनी ही थी
उन्होंने बिछड़ने का इरादा जो कर लिया था।-
ख़ौफ़ज़दा हो जाती हूँ
जब याद आ जाते हो तुम
ग़ुम हो जाती है नींद मेरी
जब याद आ जाते हो तुम।।
डूब जाती हूँ यादों में तेरी
जब याद आ जाते हो तुम
रुला देते है अधूरे ख़्वाब
जब याद आ जाते हो तुम।।
थम सी जाती है ये वक़्त भी
जब याद आ जाते हो तुम
भूल जाती हूँ खुद को भी में
जब याद आ जाते हो तुम।।
-Rooh-
टूटना अब आदत बन गया है
कभी दिल तो कभी सपने टूटे हैं,
आवाज़ ना हुई टूटने की मगर
टूट कर टुकड़े भी कई हुए हैं।।
दूसरों को जोड़े रखने की आड़ में
बार-बार खुद को टूटते हुए देखे हैं,
क्या पता कब कोई वाक़या हो जाये
इसलिए फिर टूटने के इंतेज़ार में बैठे हैं।।-
कुछ ऐसे बिछड़ गए हैं हम उनसे की,
साथ होने का मलाल ज़िन्दगी भर रहेगा।।
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अरसे गुज़ारे हैं हमने तन्हाइयों में,
लोगों की भीड़ से अब घुटन होती है||-
बर्बाद कर लिया खुद को मोहब्बत के चक्कर मे हमने,
और लोग कहते हैं हमें रिश्ता निभाना नही आता है||-
किसी ज़माने में तरसते थे उसके दीदार को 'रूह'
अब दौर ये है कि..!
दूर से भी दिख जाए तो हम रास्ता बदल लेते हैं||-
सुना था सज़ा दिल दुखाने की मिलती है
पर मुझे तो दिल लगाने की मिल रही है।।-
तुझे पाने की कोई चाहत नही रही अब
पर तेरे जाने से अफसोस बेहद होगा।।-