तुझसे मोहब्बत करती हूं
इसका मैं एलान करती हूं
किसी रोज़ मुझसे मिलने ज़रूर आना
उस पल का मैं इंतज़ार करती हूं...।।-
जो बात दिल को छू जाए
उसे लिखने से नही हिचकती हूं
चाहो... read more
मेरी छोटी सी कहानी के, एक मीठी सी याद हो तुम
मुझे इश्क़ है तुमसे, इस बात से अंजान हो तुम ।।-
वक्त बर्बाद करती हूँ
हर शाम तुम्हें मैं याद करती हूं
तुम्हें हिचकियों से तो पता चलता ही होगा
तुमसे मिलने की जो फरियाद करती हूं...-
मुझे नहीं पता कि तुमने मुझे कौन से सांचे में ढाला है
पर मैं वो नहीं जो तुमने मुझे जाना है...-
ये अंत नहीं एक नई शुरुआत है
फिर से उठने का नया आगाज़ है...-
नए साल की पहली शाम
कर दी मैंने चाय के नाम
चलिए अपनों के साथ कुछ वक्त बिताते है
मिलकर पुराने गिले-शिकवे को दूर भगाते है
एक नए अध्याय का आरंभ करते है
खुशियों से इस साल को भरते है...-
कोई भी समस्या आशा को परास्त नहीं कर सकती
अंधेरा कितना ही घना क्यों न हो सूर्योदय को मिटा नही सकती...-
ज़िंदगी हमें पग-पग सिखाती है
जहा दवाई और दुआ दोनों काम आती है...-
हारा वही जो लड़ा नहीं
जीता वही जो रुका नही...
पर कब तक
जब तक मंज़िल पर वो
अपनी पहुँचा नही...
है कितना दम उसमें
पता तो उसे खुद भी नही...
हो अगर अपने इरादों पर यकीं
तो मिल ही जाती है मंज़िल
लाख गिरने पर ही सही...
ना डूबा अपने हौसलो की कश्ती तुफानो में
बस बन के सिकंदर रच दे इतिहास इसी जमाने मे
क्योंकि हारा वही लड़ा नही...-