Geetanjali Dhruw   (गीतAnjali Dhruw)
1.2k Followers · 42 Following

read more
Joined 22 April 2019


read more
Joined 22 April 2019
4 OCT 2022 AT 14:35

अधूरे ही रह जाते हैं वो ख़्वाब, जो भी मैंने सोचे है,
यूँही सोच सोचकर मैंने, अपने पुराने जख़्मों को खरोंचे है!!

-


13 SEP 2022 AT 21:46

यूँ टुकड़ों में बिखरकर, मैंने ख़ुद को है जोड़ा,
अब हार मान लिया, मैंने इस भ्रम को है तोड़ा,
हर क़दम पर, ज़िन्दगी लेती रही मेरा इम्तिहान,
मगर कभी भी मैंने, जीने का हौसला नहीं छोड़ा!!

-


31 JUL 2022 AT 17:29

क्या सोचना, जब सोचने के लिए कुछ बचा ही नहीं,
रोता रहा दिल, फिर भी गलियों में शोर मचा ही नहीं!!

-


19 JUL 2022 AT 21:34

सोचते रहे, कि हम तो अकेले ही भले थे,
तभी तो हर इक डगर पर संभल कर चले थे,
शुरूआत में ही एहसास हुआ, मुसीबतें कहाँ टले थे,
पढ़ना चाहा मगर, मेरे क़िस्मत के सारे पन्ने ही जले थे,
ढूँढ ही ना सके, ग़म तो ख़ुशियों के नीचे ही पले थे,
शिकवा कैसा, हम तो ज़िन्दगी से ही छले थे!!

-


7 JUL 2022 AT 20:46

वो शक्ल, वो एहसास दूर हो जाएंगे मुझसे,
शायद हमेशा के लिए,
मगर दिल में बेक़रारी रहेगी, मिलने को उसके,
इक संदेशा के लिए!!

-


28 JUN 2022 AT 22:50

यूँ तन्हाई में रो-रो कर, मेरी आँखें हैं सूजी,
रातभर जगाकर, ऐ मेरे दिल तुझे क्या सूझी,
बेचैनी है, ख़ुश रहने की कोई वजह नहीं दूजी,
हैरत में हूँ, ज़िन्दगी की लौ अभी तक नहीं बुझी!!

-


23 JUN 2022 AT 22:14

जब तुम चले जाओगे दूर मुझसे,
छिन जाएगा मेरे दिल का नूर मुझसे,
ना जाने कैसा हुआ, यह क़सूर मुझसे,
मेरा तक़दीर ही नाराज़ है ज़रूर मुझसे!!

-


19 JUN 2022 AT 22:14

ज़रा ज़रा सी ज़िन्दगी के, राज़ अनेक हैं,
कुछ हैं बुरे, तो कुछ लगते ज़रा से नेक हैं,
हर एक पहलू को, जानने की ख़्वाहिश हुई,
तो एहसास हुआ, ज़िन्दगी तो सिर्फ़ एक है!!

-


12 JUN 2022 AT 10:28

जो कभी लगने लगे थे अपने,

धीरे-धीरे आँखों मे लगे हैं डूबने,
अब अश्क़ बनकर लगे हैं छूटने!!

-


11 JUN 2022 AT 23:34

मेरे हिस्से में वो ज़िन्दगी, कभी थी ही नहीं शायद,
बहते रहे मेरे अश्क़ और झूठी लगी सारी क़वायद!!

-


Fetching Geetanjali Dhruw Quotes