Geeta Dhulia   (Geeta Dhulia)
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Joined 19 June 2020


Joined 19 June 2020
16 HOURS AGO

🪔एक दिया जलाऊं मैं सर्व शक्तिमान परमात्मा का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं शांत स्वरूप आत्मा का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं विश्व रूपी परिवार का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं एकता शान्ति सदभाव का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं वात्सल्य और ममता का ,
🪔एक दिया जलाऊं मैं प्रेम भाव और समता का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं प्यारे संगी साथियों का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं नदी ,सागर व वादियों का ,
🪔एक दिया जलाऊं मैं जग में विचरित जीवों का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं बिछुड़े हुए हमजीवों का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं खुशियों के आधार का ,
🪔एक दिया जलाऊं मैं मेरे घर परिवार का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं अंबर, सूरज ,चांद ,तारों का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं धरा,हवाओं और लहरों का ,
🪔एक दिया जलाऊं मैं निश्छल मन और हृदय का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं जीवन और मृत्यु का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं सुहाग के प्रतीक का,
🪔एक दिया जलाऊं मैं तेरी मेरी प्रीत का।।

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19 OCT AT 12:56

रोशन कर दे सबकी राह
उजियारी हो ज़िंदगी सबकी
हर लबों पर हो खुशी
बस ये ही है दुआ।

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18 OCT AT 19:11


इस दुनिया में दीवानों की न पूछो
ख़ुद क़त्ल करके महबूब का नाम लेते हैं ,
कभी कहने पर भी यकीन नहीं करते
कभी ख़ामोशी को भी इज़हार का नाम देते हैं ।

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12 OCT AT 11:30

वो दे जवाब तो बस एक ये बात पूछूं
सफ़र मुझे चुनेगा या मैं सफ़र को चुनूं ?

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10 OCT AT 17:46

Relationships are like chewing gum,
Sweet at first,
Then forced to chew,
A taste that fades,
Amess to confront,
And in the end, thrown away,
Like trash to mount.
If not discarded,
They'll stick around,
Messing up your life,
Without a sound.


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9 OCT AT 22:00

दिल हो गया है समंदर सा आजकल
बातें जुबां पर आने से पहले ही इसमें डूब जाती हैं।

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7 OCT AT 11:07

अंगारों से भरी राहें
पार होंगी भी तो कैसे??
वक्त को वक्त देने के अलावा
कोई रास्ता है कहो ...

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6 OCT AT 18:54

छोटी सी बात है
समझ सके तो समझिए
किताबें और दिल दोनों बस
उन्हीं के लिए संभालिए
जो जानते हों
इनके हर लफ्ज़ का अर्थ
इनके हर पन्ने की कीमत
इनकी हर धड़कन की धुन...

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5 OCT AT 12:23

बंद हों या पलक खुली
तुम्हें देखते हैं हर घड़ी
यकीं करोगे गर बोलूं
तुम बिन दिल तन्हा यूं
दिए बिन बाती हो ज्यों
चांद बिन रात हो ज्यों
फूलों बिन तितली ज्यों गुमसुम
जग सारा खाली यूं तुम बिन
तुम संग रोशन दिन रैन हमारे
तुम संग खुशियां आती हैं द्वारे
मैं साधक तुम आराध्य ऐसे
राधा मैं तुम कान्हा जैसे
तेरी एक नज़र के कायल हैं हम
धुरी प्रेम की बन गए हो अब तुम...

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2 OCT AT 8:42

Having control over our thoughts is a great victory.

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