वो जिससे तुम प्यार करते थे,
या शायद करते हो।
वो याद बहुत आती होगी
हर एक लम्हे में
आज भी उसके बालों की खुशबू
उन १०० इतरों को मात देती होगी
जब वो जुल्फें तुमको छू जाती थी
निहाल करदेती होगी
आज भी वो जो तुमने उसका
झुमका संभाले रखा है एक दराज़ में
उसकी खनक आज भी तुम्हे
उस पल की याद दिलाती होगी
सिहर उठता होगा दिल
जिस दिल में तुमने उसे सहेजा था
वो चूड़ी आज भी उसकी कलाइयों को
पहचान जाती होगी
किए थे जो वादे उसने
सात जन्मों को निभाने के
एक पल में तोड़ जाने की
वो काली रात तो याद आती होगी
धड़कने आज भी तुम्हारी
उसकी आवाज़ से गूंज जाती होगी
पहनाई थी जिसे वो पायल
वो पायल भी इतराती होगी
वो जिससे तुमने प्यार किया था
या शायद करते हो
वो याद बहुत आती होगी
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