दूसरों को बुरा भला कहने वाले और दूसरों का बुरा सोचने वाले व्यक्ति
अक्सर बुराई की उस दलदल में चले जाते हैं
जहां उनके अंतर आत्मा भी उनका सम्मान नहीं करती
शुभ प्रभात-
चल रही हैं साज़िश
अब क्या ढोंग रचाऊं
फैले भूखे को खिलाओ
या सब मैं ही खा जाओ
25/08/23-
कभी आओ फुरसत से तो हक़ीक़त से रुबारु कराते है,
कितने जख्म है इस हसीन जिंदगी पे एक एक करके दिखाते है..-
आपको देखते ही
जन्नत का सुकून मिलता है
घर घर सा लगता है
तेरी वो ममता मुझे हर पल याद आती हैं
यूं बचपन की वादियों में ले जाती है
में बड़ा तो हो गया लेकिन
तेरी लोरी मुझे आज भी रुलाती है
काश के रहूं हर पल तेरी ही छांव में
मेरी चिंता तुम ही को सताती है
मेरी मां
#गौतम सिंह
Happy mother's day,-
मैने भी अब जीने के तरीके ढूंढ लिए हैं
अब उसकी याद आए भी तो मैं रोया नहीं करता-
मैं समझा ही नही
तुमको कौन सी मंजिल पानी थी
अब रहना खुश दुआ हैं मेरी
पर मेरा दिल यूं ना दुखाना था
मैं जानता हूं हजारों दोस्त मिल जायेगे तुम को
हमदर्दी जताने वाले
मैं भी आपको रोकता नहीं
पर यूं इस तरह नही जाना था
हम दोनो ही डटे रहे
खुद को सही बताने में
वक्त निकलता रहा
झूठी शान दिखाने में
आओ उस वक्त को भूल कर
एक दूसरे को माफ करते है
जब हमने कसर नहीं छोड़ी थी
एक दूसरे को गिराने मे
हम गलत नहीं
वो हालात ही बुरा था
क्यूं ना भूल जाए वो बाते
हम दोनों ने एक दूसरे का दिल दुखाया था
Part-2-
तुम ने वो एक पल याद रखा जिस पल में
हम लड़े थे
तुम वो हजारों पल भूल गए
जब मैंने तुमको एक एक पल मैं हजारों बार हसाया था,
तुमने शिकयत भी तो की
गुस्से में आ कर
क्यूं तुमने प्यार नहीं जताया था,
अब हो गई गलती दोनों से
फिर क्यों नहीं समझाया था
कर दिया ना पल पर में पराया
बस तुम को इतना ही प्यार निभाना था
#Part-1-
अफसोस हैं के हम तेरे दीवाने हैं - 2
बेखबर इस बात से
तेरे दिल में किसी और के ठिकाने हैं-