यूं तो रोज दर्शन हो जाते हैं
आते-जाते, बहुत सी देवियों का।
तलाश बस उनकी है, जो स्वीकार करे
किरदार, मेरे घर की लक्ष्मी का।।-
तुम खुद को कोई साधारण औरत नहीं समझना
एक देवी हो, यह तुम्हे पता है क्या??
हम चाहते है पूजना तुम्हे जीवनभर
बोलो तुम मेरे घर की लक्ष्मी बनोगीं क्या??
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लगतें होंगे लोगों को
चरस गांजा और शराब
नशे में डूबने के लिए
हमारे लिए तो उनकी आंखे ही काफी़ है
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अर्ज किया है
रात की आखिरी सोच भी तुम,
सुबह की पहली सोच भी तुम।
मेरी दुआओं में भी तुम,
मेरे दर्द की दवा भी तुम।
गुजरते राहों में भी तुम,
जुबान की लफ्जों में भी तुम।
मेरे ख्वाबों में भी तुम,
मेरे बहती नसों में भी तुम।
मेरे हर सोच में बसती हो,
सिर्फ तुम और तुम।।-
बात तो हो जाती है उनसे कभी कभी
मगर अब बातें नहीं होती।
राह चलते दिख जाती है वह कभी कभी
मगर अब मुलाकातें नहीं होती।।-
अर्ज किया है
तकरीबन हर रात को वह
मेसेज करते करते ही
सो जाया करती है।
चलो ये भी सही है,
इसी बहाने मेरे अगले दिन की शुरुआत
उनकी गुड मॉर्निंग से हो जाती है।-
ये कैसी कशमकश हैं तेरी ए जिंदगी
ना दिल खोलकर तूं हसने दे रही हैं न रोने-
तू यूं रूठा न कर मेरी जान
दिल बेचैन हो जाता है मेरा!
एक दिन भी बात न करें तू मुझसे
तो दिन अधूरा रह जाता है मेरा!!-
कुछ अनकही ख्वाहिशें है
जो कभी बयां न कर पाए तुमसे
बस एक कविता बनकर रह गई
मेरे बंद डायरी के पन्नों में।-
यह हवा भी बदलेगी, समय भी बदलेगा
तू जरा सब्र तो रख मेरे दोस्त
जो आज तुझे ताने दे रहा है
कल वही तेरा हाथ भी चुमेगा ।-