तुम्हारे बिना जीना अब मुश्किल सा लगता है,
जैसे हर खुशी का रंग मेरे दिल से छूटता है।
प्यार की बातों में छुपा है दिल का हर कोना,
तेरी मोहब्बत ही तो है, जो हर दिन सजता है।-
दोस्ती एक प्यारी सी कहानी है,
खुशियों की राहों में दीवानी है।
दुनिया की हर बात से अनजान,
एक दिल की गहराइयों से निभानी है।-
रात की चादर में छुपी चांदनी की रौशनी,
सपनों की दुनिया में खो जाएं हम तन्हाई में।
गहरी रात की छांव में मिले सुकून और अरमान, धीरे-धीरे खुले दिल के राज, रात भर की कहानी बने।-
रात की चांदनी, सितारों का संगम,
सुकून मिलता है जब तुम्हारे संग हम।
गहरी बातें, खामोशियों की गहराई,
रात भर के संगीत में मिलती है राहत यही।-
इश्क़ की राहों में गुम हो गए हम,
तुम्हारी यादों के साथ जी रहे हैं हम।
दिल के रिश्तों को बयां करने की है ये ताबीर,
तुम्हारी मोहब्बत में खो गए हैं हम।-
उठते हैं सवेरे के साथ, खुशबू लेकर आती है फिजाएँ। चांदनी से सजती है धरती, सुबह की मिठास लेकर आती है महकाएँ।
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एक औरत शायर की अदाओं में छुपी है खूबसूरती, जब वो शब्दों की बहार बनकर खिलती है.!
उसकी शायरी में छुपी है गहराई,
समझाने की कला, और सुनाने की मिठास है।
जब वो कविता को अपनी आँखों से गूंथती है, हर शब्द उसकी जुबान से निकलता है सच्चाई सा।
वो शायरी की रात को चाँदनी बना देती है,
हर शेर में उसकी मिसाल-ए-हुस्न बसा देती है।
औरत शायर की कलम से निकलती है ज़िन्दगी की कहानी, उसकी शानदारी में छुपी है हर इक बात की गहराई।-
बारिश की बूँदों में छुपी है एक कहानी,
जो दिल की गहराइयों में बसी बनी है।
बरसात की रिमझिम गाती है मन की धड़कन,
जैसे सपनों की उड़ान, जो ख्वाबों में बनी है।
हर बूंद में छुपी है एक राज़ अनजाना, मिलती है खुशबू में, जो ज़िन्दगी की कहानी में बनी है।
बारिश के रंग में रंगी है ये ज़िन्दगी की दास्तान, हर पल एक नई रूप, जो खुशियों की बहानी में बनी है।-
बरसात की बूँदों में छुपी है एक कहानी,
जिसमें दर्द और खुशी की है पूरी कहानी।
बादलों की छांव में छुपी है एक राज़,
जो सबको भुला दे गम की कोई वजह।
बरसात की रिमझिम में छुपी है एक मिलन,
जिसमें है सच्ची मोहब्बत की कहानी।
बुनी हर बूँद में है एक अलग बात,
जो कह दे बिना शब्दों के सबको हर बार।
बरसात के मौसम में है एक अलग मिठास,
जो भर दे सबको नयी उमंग और नया साज।-
दिल की गहराइयों से गुजरी ये कहानी,
खुशियों की चाहत थी, मगर मिली रुसवाई।
जब से तुझसे बिछड़ा, रहा हूँ अब तन्हाई में,
ज़िंदगी बितती है, बस तेरी यादों के सहारे।-