जय हिन्द साथियों,
साथियों
वर्तमान में आपने एक ऐसी राह चुनी है , जो थोड़ी जटिल है , पर मजेदार भी , पर देश की सेवा करना सबके बस की बात कहा, आप सभी लोग ने एक प्रण लिया है , फौजी बनने का और इस सफर में ,
मैं गौरव त्रिवेदी आपका साथी,आपका कोच अपनी पूरी निष्ठा और लगन के साथ आपके सपने को साकार करने में , आपकी गलतियों पर आपको समझाकर, दंडित करके , आपके अंदर जोश भरके आपकी शरीर को फौलादी बनाके किसी भी तरह से आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाने में हर सम्भव मदद करुंगा ।
गौरव त्रिवेदी (गुरु जी)
सैनिक फिजिकल प्वाइंट
मिश्रिख , सीतापुर
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