कौन पूछता है जनाब कश्मकश कितनी है,
कुछ खुशियों के साथ उलझनें इतनी हैं।
अनकहे खयाल यूं बेचैनी लेकर आए,
उदासी उतनी ही ज्यादा खुशी जितनी है।-
कह दूँ ख़ुद को शायर, लेख़क इतनी मेरी... read more
प्रेम में होने का सबसे अनूठा एहसास हो तुम,
मेरी आम सी जिन्दगी में सबसे खास हो तुम।
संगीत जो मैं अकसर गुनगुनाता हूं आजकल,
वो सबसे सुरीली राग हो तुम।-
जीवन जैसे जादू का एक रंग मंच है,और हम सब हैं बस छोटा जादूगर।
जो हर विषम या सम परिस्थिति में, अपनी कला का सर्वोच्च प्रदर्शन करने की कोशिश करता है।
कभी उसका खेल छा जाता है, तो कभी अपने ही खेल में वो छोटा जादूगर कहीं खो सा जाता है।
-
वो ओस की बूंदे जो नम के रही थी हम दोनों को उस शाम,
और फिर तेरा मेरे सर्द हांथो को कस के थाम लेना....
-
बस इक ज़रा सा दिल टूटा है, बाकी तो कोई बात नहीं..
तुम वापस आओ, देखकर मुझे मुस्कुराओ और हम दिल हार जाएं फिर से, इतने भी बुरे अब मेरे हालात नहीं..-
बेशक चालाकियां नहीं मुझमें ज़माने की तमाम,
मगर तुम मेरी नादानियों पे दिल हार जाना।-
कहानी फिर से अधूरी रह गई मेरी,
शायद मुझे लिखना छोड़ देना चाहिए...-
बस एक रात का फासला है और शहर बदल जाएगा,
कोई मिलेगा अपना, और कोई अपना पीछे छूट जाएगा।-
किसी सुकून सा खोजता हूं हर शाम तुमको,
हजारों उलझनों सा ख़ुद में ही तुमको पाता हूं।
बिखरे टूटे सपनों से लगते हो तुम अब तो,
फिर भी हर खाब में तुमको ही सजाता हूं।
मेरे नगमें जिनमें सारी बातें थी बस तुम्हारी,
हर दफा बस उनको ही गुनगुनाता हूं।
हर्फ-दर-हर्फ मैंने बस तुमको ही लिखा,
और इल्ज़ाम है मुझपे की मै तुमको छुपाता हूं.............-
हार मान जाऊं रस्ते कि ठोकरों से ऐसी मेरी ज़ात नहीं है,
तू सपने देखे और उन्हें मै पूरा न कर दूं, किसी सपने की ऐसी औकात नहीं है।।-