। । देखें थे जो सपने कभी हमेशा साथ होने के
और अब हम दोनों सपनों में साथ हुआ करते हैं। ।-
Jaipurist
Musafir
एक छोटी सी बात....
मैं कभी उससे दूर हो कर भी दूर ना हुआ..
और लोग समझते हैं उनके साथ बैठ कर मैं उनका हो गया !!!-
बैठा था भरी महफ़िल में उसकी यादें लेकर
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और फिर किसी ने शेर सुनाया और मैं रो पड़ा ||-
बेवफ़ा कह देता मैं उसे अगर इश्क ना होता
बेवफ़ा कह देता मैं उसे अगर इश्क ना होता
मैंने सुना है मोहब्बत में बदनामियाँ नहीं होती…-
पूछे जब कोई कि कितनी मोहब्बत करते थे तुम उनसे...
बोला मुझसे वो जाते-जाते - “भूल जा मुझे तू”
और देखो मुझको याद है कि अब मैं उसको याद भी नहीं करता …-
सोचा कि कुछ लिखू तेरे इश्क पर
पर तेरी बेवफाई याद आ गई...
गुज़र रहा था तेरे ख्यालों में
और वो किसी की बाहों में मेरे सामने आ गई….
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Wish तो मैं भी कर दूं तुम्हें नया साल
पर तुम वादा करो कि तुम उसी दिन की तरह बात करोगे
जब हम पहली बार मिले थे !!!-
ले जा रहा था मंदिर उसे पकड़ कर हाथ लाल चूड़ा पहना कर…
ले जा रहा था मंदिर उसे पकड़ कर हाथ लाल चूड़ा पहना कर... कोई और शख़्स...
मैं दूर खड़ा देखता रह गया !!!-
भूला तो दूं यादें तेरी पर उसकी कीमत बहुत महंगी है
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लेकिन मैंने सुनना है भगवान मौत मांगता है उसके बदले……-