Gaurav Singh   (Gaurav singh)
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Tyr to do something new in own life
Joined 11 February 2020


Tyr to do something new in own life
Joined 11 February 2020
21 AUG 2022 AT 20:07

इश्क़ तो तुझसे बहुत है

सुना है दूसरों की नजर लग जाती हैं

मुझे नफ़रत है इसी बात से
जो तू हर किसी से बताती हैं

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16 JUN 2022 AT 23:39

न नर में कोई राम बचा
न नारी कोई जैसी सीता है

अब कहो , कहा इस धरा को बचाने के लिए वीश भी शिव के शिवाय कोई पिता है ,,,

न श्री कृष्ण सा धर्म और अधर्म सा ज्ञान बताने वाला ,,
आज कलयुग में कोई जीता है,,

न हरिश्चन्द्र सा सत्य किसी में कोई इंसान जीता है ,,,,!!!

न गौतम बुद्ध सा धैर्य बचा ,
न गुरु नानक जी सा त्याग

बस नाच रही है , नर के भीतर ,,
कलयुगी करके कुटलिती वास

फिर बोलो किस धर्म की ज्ञान है तुममें बाकी , जो सनातनी हिन्दू होने में आपत्ती तुमको आती!!!!

सेकुलरिज्म होके ख़ुद तुम श्रेष्ठ बताते हो ,,,
निन्नदा करता हूं ज्ञान को तुम्हारी 🙏
जो ऐशा भी ज्ञान मुझे बताते हो
Jai Shree ram 🛕🛕🚩

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16 JUN 2022 AT 0:17

वो राज की तरह
मेरी बातों में
जुगनू जैसी मेरी,
काली रातों में

किस्सा क्या सुनाऊं तुम्हे
कल रात की

सैकड़ों सितारों की भीड़ में
एक वो ही चांद मेरी आंखो में है

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18 MAR 2022 AT 10:25

ये होली मेरे लिए कुछ खास नहीं
रंगना था जिसको, वो पास नहीं

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13 MAR 2022 AT 0:48

ये किताबें, उतनी भी नहीं पसंद मुझे
जितनी लोगों को पढ़ के जाना है||

क़यामत की हर दर्द को समेटे,
मरहम लगाती हैं ये किताबें!!

सुना है" हर एक को काबिल बना देती हैं"!!
इसीलिए तू भी पढ़ा कर गौरव
ये किताबें ❣️🙏

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10 SEP 2021 AT 10:38

जो लोग मेरे दिल में
रहते हैं ,,

वो लोग कृपया किराया दे दे!!

प्लीज मुझे भी गणपति बैठाना है 🙏🙏

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10 AUG 2021 AT 10:22

तुम गंगा सी लहरों में,,
बढ़ के तो देखो ..

मै बघाड़ा सा तुझमें
डूब न जाऊ तो कहना....

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10 AUG 2021 AT 10:06

तुम गंगा सी लहरों में
बढ़ कर तो देखो,,

मै तुझमें बघाड़ा सा डूब
न जाऊं तो कहना...

तुम स्वच्छ निर्मल संगम बन लहरों
मै बख्सी बांध सा रोकु तुम्हे...

तुम जब चाहो तब ,,,
मुझे खुद में समाहित कर लेना...

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2 JUN 2021 AT 10:41

ये इश्क़ करने वाले
गुलज़ार किधर गए

इश्क़ छोड़ दिया, या मुकम्मल कर
दिल टूटने के इंतेजार में है

आज मै अकेला लिख रहा हूं
साथ कलम चलाने वाली के तलाश में बैठा

क्यू महफ़िल आज
आशिकों के लिए उदास रखा

बताओ भी
ये इश्क़ करने वाले
किनकी तलाश में गए

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30 APR 2021 AT 13:38

किसी के दिल में जा तुम भी बसे,
मुझे अकेला छोड़ , तुम चल पड़े!!

ये एक राह पे आज दोनों फिर मिल उठे🤔
यार कहीं तुम उनके दिल से निकाल तो न उठे,,

जिक्र हमेशा तो तुम्हारा करता हूं मैं
आज आखिर क्या हुआ, जो फिक्र तक उनको न हुआ

ये उदास रास्ते पे मै खुश तो हूं par---
पर दिल से भी उदास तुम क्यूं हुए

ये खामोशी की जो तुम्हारी कहानियां है
जाने अंजाने में चुभती कितनी परेशानियां है

चलो बैठो आओ दो पल , फर्क नहीं पड़ता रास्ते पे कौन कौन हैं
तुम अपना कहो हम अपना कहते हैं,

चलो जिंदगी की दौड़ , आज फिर से,
एक नई दिशा, और उचाई को चलते हैं 😆😆✍️🤳🚶

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