Gaurav Singh   (Gaurav)
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Joined 4 June 2020


Joined 4 June 2020
7 NOV 2021 AT 12:05

न मालूम क्यों मैं अब भी तुम्हे इस कदर चाहता हू
की टूटे हुए पत्थर को भी भगवान मानता हूं
हर मंदिर में सिर्फ तुम्हरी ही दुआ करता हू
न जाने क्यों मैं तुमसे इतनी मोहब्बत करता हू।।

क्यों मैं अब भी तुम्हें चाहता हू.....

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27 MAR 2021 AT 12:03

उनकी मर्ज़ी होती है तो वो याद करते है,
गैरो से मोहब्बत कर वो हमसे दगा करते है।

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12 MAR 2021 AT 20:13

हर मोहब्बत सच्ची नहीं होती हर दोस्ती पक्की नहीं होती,
और इश्क़ में चोट खाए आशिक़ से ज़्यादा दीवानगी किसी की सच्ची नहीं होती।।।

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6 MAR 2021 AT 11:06

ज़िक्र तेरा
हर लफ्ज़ में करूँगा,
बेफिक्र रह
तेरा नाम न लूंगा..

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27 JUL 2020 AT 0:50

वो मेरे साथ न होकर,दिल के करीब रहती है।
वो मुझसे दूर है सही,पर खुश तो रहती है।।

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5 JUL 2020 AT 0:42

तुम मेरी हो....ऐसी हम
जिद नही करेंगे,
मगर हम तुम्हारे ही रहेंगे
ये तो हम हक से कहेंगे...

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6 JUN 2020 AT 19:49

अरे प्यार तो दोनो ने किया था
छोड़ा तो सिर्फ उसने था,
नफरत की तो बात है नही थी
बस हमसफर बदल गया था।

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4 JUN 2020 AT 19:29

इश्क़ में लोगो को बर्बाद होते हुए देखा हैं
मोहब्बत की झूठी इबादत करते देखा है,
बेवजह लोगो ने बदनाम किया है मोहब्बत को
मैंने सच्चे आशिक़ को मरते देखा है...

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