न मालूम क्यों मैं अब भी तुम्हे इस कदर चाहता हू की टूटे हुए पत्थर को भी भगवान मानता हूं हर मंदिर में सिर्फ तुम्हरी ही दुआ करता हू न जाने क्यों मैं तुमसे इतनी मोहब्बत करता हू।।
इश्क़ में लोगो को बर्बाद होते हुए देखा हैं मोहब्बत की झूठी इबादत करते देखा है, बेवजह लोगो ने बदनाम किया है मोहब्बत को मैंने सच्चे आशिक़ को मरते देखा है...
-
Seems Gaurav Singh has not written any more Quotes.