मेरे दिल में जिसका चेहरा है
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"To create a meaningful life, embrace growth, seek purpose, and uplift others. Chase dreams with passion, learn from failures, and cherish every moment. True fulfillment lies not in what you acquire, but in the impact you leave behind."
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लोक गीत मेरे रामलला के लिए
देखो लयके करेजा सबको भाज गयो
कौशल्या को लल्ला विराज गयो
दर्शन को पूरा समाज गयो
रामलल्ला अवध में विराज गयो
अंखियन में हैं सरयू समाये रहीं
दर्शन होय गए ई बताए रहीं
जौ जीवन धन्य भी आज भयो
रामलल्ला अवध में विराज गयो
लल्ला कु नज़र ना लगे जैह्ये
सब मिल के बलाएं लै लह्ये
मन नाचत झूमत साज भयो
हमरो लल्ला अवध में विराज गयो
बोलिए श्री अवध बिहारीलाल की जय-
जिंदगी वो धारा है
जिसका तुम इक किनारा हो
मेरी कश्ती की तुम हो खिवईया
राधा तुम ही सहारा हो
जितना तुमने दिया लाडली जू
स्वपन में भी नहीं मैंने सोचा
पलकें होकर सजल कह रही हैं
हमको दर्शन दुबारा हो
श्याम जिनके चरण में हैं बैठे
मुग्ध होकर महावर लगाने
कर रहें हैं अरज हे किशोरी
अब से हर क्षण तुम्हारा हो-
ये समर इस जहां में नया है
क्या कहूं क्या रहा क्या गया है
लिख रहा हूं मैं बस ये करम है
और यही मेरा हाल-ए-बयां है-
क़लम उठाई है लिखने को हम तैयार बैठे हैं
पर क्या करें ख़्वाबों पे सिपहसालार बैठे हैं-
जैसी परिस्थिति है वैसे रह रहे हैं
दिल खोल के राधा कृष्ण कह रहे हैं
प्रारब्ध के खेल को हँस हँस के सह रहे हैं
दिल खोल के राधा कृष्ण कह रहे हैं-
पैग़ाम-ए-इश्क़
इस जहां में ज़रा नाम कर लो
मेरा इतना कहा काम कर लो
जो दिखानी दिलेरी हो तुमको
इश्क़ तुम अब खुले आम कर लो
इश्क में यूं बहुत कुछ कहा है
दिल ने भी तो यहां सब सहा है
जो बिताते हो अब खाली शामें
उनको भी तुम मेरे नाम कर लो
सीख कर तुम कदम आगे रखना
मेरे जैसा ही दिल हो परखना
इश्क़ का ये सफ़र अब नया है
फिर खुमारी का वो जाम भर लो
जो भी बीता हुआ मेरा कल था
ठीक था अच्छा था मेरा दिल था
खुश रहो दिल से ये ही दुआ है
लिख दिया है ये पैगाम पढ़ लो-
बदलते दौर में सपनों को अपने थाम लेना तुम
पड़ो जब भी भंवर में, बस प्रभु का नाम लेना तुम
ये जीवन भी दिया प्रभु ने संवारेंगे वही इक दिन
बन जायेगी सब बिगड़ी हिम्मत से काम लेना तुम
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