Fiction is conflict between reasons and emotions.
Mathematics is obsession for reasons.-
My poetry belongs to gloom. My prose belongs to my mirth.
अजीब कशमकश में रहता हूँ
घर में चार आईने हैं
सब की राय हमेशा एक होती है
घड़ियाँ भी चार हैं
कभी एक राय नहीं होतीं।
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रात का एक टुकड़ा फाड़ा
लपेटे सपने बना ली बीड़ी
और सुलगा ली चाँद से
लम्बे लम्बे कश भरे
फिर जिंदगी की आँखों में
आँखें डाल कर कहा
"चल ले चल, जहाँ ले चलना है।
~गौरव
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नखरे दिखाता सूरज
साँझ की नकल उतारता दिन
दुश्मनी निभाता पानी
औपचारिकता जीता समय
धुँए में छिपकर रेंगते शब्द
ठहरी सहमी जिंदगी
मानो फिर से मायने खोजती हो
सब कुछ अधूरा छोड़ देती है सर्दियाँ
जैसे किसी ने कच्ची ही
पलट दी हों रोटियाँ।
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कविता के पैर नहीं होते
पर निशान दिखते हैं।
कहानी के पैर होते हैं
सीधा मंजिल पर दिखते हैं।-
"Up, from the mountains, when you look at the world downwards, you may feel estranged. As if you never belonged to that world and have reached a better place closer to the God's abode. "
~DAWN AT DUSK-
मुझसे यूँ कुछ भी कहने से क्या हासिल होगा,
रेत में दलदल का इरादा क्या वाजिब होगा ?
बड़ी शिद्दत से निभाती है दुश्मनी, कौम शायरों की,
वार तुम पर, निशाना किसी और की जानिब होगा |
गौरव शर्मा-