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विश्वास
विश्वास शब्द का है बहुत बड़ा मोल।
जिसपे है करते वो होता है अनमोल।।
इस शब्द में जुडी है विश्व की आस।
इसी लिए तो है ये शब्द बड़ा ही खास।।
विश्वास एक तरफा न होकर, है दो जीवन का सार।
दो लोगो के बिच बना यह है एक अनोखा प्यार।।
विश्वास करने को लग जाता है एक काल।
क्षण भर में तोड़कर कर देता है बुरा हाल।।
विश्वास की मिट्टी से बनते है रिश्ते।
वरना भरने पड़ते है लोगो को जीवन भर किश्ते।।
अंधेरी राहों में उजियारा बन जाता है।
जीवन के हर मोड़ पर विश्वास साथ निभाता है।।
कहने को तो ये संसार भरोसे के लायक नहीं है।
किंतु बिन भरोसे के जीवन में कोई सहायक नही है।।
दो लोगो के जीवन के तराजू का विश्वास ही एक मात्र काटा है।
विश्वास ही उनके जीवनकाल का गौरव बतलाता है।।
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उसकी मुस्कुराहट को देख कर,
गम को ना भाप पाए।
और जब गम सुने,
तो मुस्कुराहट को फिर न पहचान पाए।-
एक ऐसी अटूट मित्रता हो हमारी,
बिन किसी संकोच के तुम कहदो बाते सारी।
चंद शब्द बतलाते ही, मिट जाए सारी थकान,
कैसी भी हो मनोदशा, आजाए दोनो के चेहरे पे मुस्कान।
बाते तो सब से होती है, पर सब रहते है अनजान,
तुझसे कुछ यू हो, की बतलाते ही तू सब जाए जान।
साथ जब मिले तो फुल उठे बातो की फुलवारी,
एक ऐसी अटूट मित्रता हो हमारी।-
A listener speaks well only when there is someone to listen to him.
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कुछ तो बात है बरसात की इन बूंदों में,
जो चेहरे पर गिरते ही एक मुस्कान ला देती है।-
Death, the ultimate truth of life
You plan for a day, a month, a year, a life.
But you don't know will you ever survive?
You earn for yourself, your family, and your society.
But you won't take a single penny when you go to the almighty.
The day you are born, you enter into a game.
The big game of name and fame.
Level by level you hear much truth which is lies.
Because death is the only ultimate truth of life.
What you earn can't be weighed with dollars and a penny.
The number of people recall you are the ultimate money.
Death, the ultimate truth of life
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बस चल रहे थे
आसमान साफ था बस कुछ बादल चल रहे थे।
मंजिल का कुछ पता न था बस चल रहे थे।
हवा की दिशा में, कभी तेज, कभी धीरे बस चल रहे थे।
पहाड़ों से टकराकर, चांद को सहलाकर बस चल रहे थे।-
कुछ अजीब से भाव आ रहे है मन में,
खुशी है, लेकिन थोड़ी अजीब है।
दुख है, लेकिन थोड़ा अजीब है।
शायद दोनो का संगम है, लेकिन थोड़ा अजीब है।
शब्द है, लेकिन कह नही पा रहा।
भाव है, लेकिन उभर नही पा रहा।
आंसू है, लेकिन बह नही पा रहा।
खुशी है, लेकिन झलक नही पा रहा।
कहते है रात के बाद दिन आता है,
दुख के बाद सुख आता है,
किंतु ऐसे मिलनसार भाव के बाद
क्या आता है ?-