बाल संवारने से लेकर चोटी तक बनाऊंगा तूं हां तो कर तेरे लिए रोटी भी बनाऊंगा..— % & -
बाल संवारने से लेकर चोटी तक बनाऊंगा तूं हां तो कर तेरे लिए रोटी भी बनाऊंगा..— % &
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दुनियादारी में थोड़े कच्चे रहे कमी यह रही की सबके साथ अच्छे रहे..— % & -
दुनियादारी में थोड़े कच्चे रहे कमी यह रही की सबके साथ अच्छे रहे..— % &
24 घंटे जिसके इश्क में आप मसरूफ है वो बस आपकी है इसका कोई proof है..— % & -
24 घंटे जिसके इश्क में आप मसरूफ है वो बस आपकी है इसका कोई proof है..— % &
जिसको इज्जत देकर हम चांद तक पहुंचाते हैं अक्सर वही लोग एक दिन हमें तारे दिखा देते हैं..— % & -
जिसको इज्जत देकर हम चांद तक पहुंचाते हैं अक्सर वही लोग एक दिन हमें तारे दिखा देते हैं..— % &
इतना भी मत वफादार बनिए कि लोग पालतू समझ बैठे..— % & -
इतना भी मत वफादार बनिए कि लोग पालतू समझ बैठे..— % &
नाराज तो हम खुद से है तुमसे तो आज भी मोहब्बत है..— % & -
नाराज तो हम खुद से है तुमसे तो आज भी मोहब्बत है..— % &
क्यों इतना मुंह छुपाए बैठे हो इश्क हो गया किसी से या हमसे दिल लगाए बैठे हो..— % & -
क्यों इतना मुंह छुपाए बैठे हो इश्क हो गया किसी से या हमसे दिल लगाए बैठे हो..— % &
दर्द धुआं बनकर सुलग रही है दिल में होली जल रही है..— % & -
दर्द धुआं बनकर सुलग रही है दिल में होली जल रही है..— % &
वक्त खराब था इसमें सवाल कैसा अपने ही गैर थे इसमें मलाल कैसा..— % & -
वक्त खराब था इसमें सवाल कैसा अपने ही गैर थे इसमें मलाल कैसा..— % &
एक बार फिर इश्क करेंगे हम अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं..— % & -
एक बार फिर इश्क करेंगे हम अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं..— % &