21 OCT 2017 AT 16:53

ज़िन्दगी का नाम है, चलते रहना,
दूसरों को रोशनी देने के लिए,
ख़ुद पिघलते रहना...

और जो जाता है.. उसे जाने भी दो यारों,
इस दिल का तो काम है,
मौसम की तरह बदलते रहना..!!!

- गौरव भारद्वाज