होठों से होंठ और सीना मिले सीने सेचलो नहाते हैं एक दूसरे के पसीने से -
होठों से होंठ और सीना मिले सीने सेचलो नहाते हैं एक दूसरे के पसीने से
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अच्छी तरह से खा कर बस छिलका छोड़ दिया थाउस फल का रस पहले ही किसी ने निचोड़ लिया था -
अच्छी तरह से खा कर बस छिलका छोड़ दिया थाउस फल का रस पहले ही किसी ने निचोड़ लिया था
वो किताब लिखती है हर रात एक नई कहानी से वो अपनी प्यास बुझती रहती है दूसरों के पानी से -
वो किताब लिखती है हर रात एक नई कहानी से वो अपनी प्यास बुझती रहती है दूसरों के पानी से
सारी की सारी बातें और वादें झूठी की कुछ तो इज़्ज़त रख ली होती अंगूठी की -
सारी की सारी बातें और वादें झूठी की कुछ तो इज़्ज़त रख ली होती अंगूठी की
के इतने कमीने हैं आज के शरीफ़ लोग चालाकी से अमीर नियत से गरीब लोग -
के इतने कमीने हैं आज के शरीफ़ लोग चालाकी से अमीर नियत से गरीब लोग
वो हक़ीक़त में दूर बस ख़्वाबों में क़रीब होता हैख़ैर गौरव मुसाफ़िर को कहाँ घर नसीब होता है -
वो हक़ीक़त में दूर बस ख़्वाबों में क़रीब होता हैख़ैर गौरव मुसाफ़िर को कहाँ घर नसीब होता है
जिस्म जीतने का हुनर तो हमेशा काम आता हैज़ख्म तो बस प्यार करने वालों के नाम आता है -
जिस्म जीतने का हुनर तो हमेशा काम आता हैज़ख्म तो बस प्यार करने वालों के नाम आता है
नए ज़माने के इश्क में नए ओहदे बन रहे हैं अब व्यापार से ज़्यादा प्यार में सौदे बन रहे हैं -
नए ज़माने के इश्क में नए ओहदे बन रहे हैं अब व्यापार से ज़्यादा प्यार में सौदे बन रहे हैं
सुबह होने को है और हाथ में जाम हाज़िर है बस नाम देव है उसका लेकिन बड़ा काफ़िर है -
सुबह होने को है और हाथ में जाम हाज़िर है बस नाम देव है उसका लेकिन बड़ा काफ़िर है
भटकते जज़्बातों की कश्ती का तुम ही साहिल होमेरा दर्द नहीं पढ़ पाई तुम कितनी बड़ी जाहिल हो -
भटकते जज़्बातों की कश्ती का तुम ही साहिल होमेरा दर्द नहीं पढ़ पाई तुम कितनी बड़ी जाहिल हो