Khud me uljha hun yun ki suljhana hai mushkil
Main patang ki wo dor jaisa ban chuka hun jise lakh koshishon pe bhi na suljhe to tod ke phenk diya jaata hai.
Agar sulajh bhi gaya to un uljhan ke jakhmon se ubharna hai mushkil-
घड़ी की सुई से ही सीखो फिट रहने का राज
जो सबसे तेज और ज्यादा दौड़ती है वही पतली और फिट है-
दूरियां मिट गयी
पर फांसले कम ना हुए
तू पास है मेरे
पर फांसले कम ना हुए
तुझे चाहने भी लगे थे
पर फांसले कम ना हुए
अब क्या करें
जब फांसले कम ना हुए
-
फाड़ दिए पन्ने कल तक जो थे जिंदगी के
आज एक नयी किताब लिख रहा हूँ
मानो आज ही जाना जिंदगी अपने हाथों मे है
फाड़ के गम कल तक सारे
आज सिर्फ खुशियाँ लिख रहा हूँ-
सब मिला, फिर भी मैं उदास हूँ
जो नहीं माँगा वो भी मिला इसलिए नाराज हूँ
गम-
1. EK Sapna jo sirf sapna na ho
2. Ek jo hai apna, Wo kahin Sapna na ho-
एक मुद्दत से आरजू थी की फुरसत मिले
मिली तो इस तरह की किसी से ना मिलो-
अपनी खुशियों को, तेरा प्यार पाने के लिए
तू निकली सौदेबाज़,
बदले मे प्यार के मुझे गम बेच दिया-
दिल ने सोचा तुझे नाम क्या दूँ
पहली बूँद दिल पे गिरी और बरसात रख दिया-