इसलिए छुपा रखा है
तेरे दिये उन "ज़ख़्मो" को हमने
ये महफिल मे नज़र आए तो तू
"बेवफा" कहलायेगा |-
12 feb
Original content
दिल गुमराह ना कर मुझको
ज़िंदगी में अभी हम बस अकेले पड़े है,
ना दिला यूँ झूठे दिलासे ,जानता हूँ
चेहरे मे मुखौटा लगाए कई संग खड़े हैं-
मतलबी दुनिया मे हम जब भी प्यार तराशने गए,
सिर्फ नफ़रत पाके हम खुदसे हार बड़े गए
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ना हो तुम ज़िंदगी मे मेरी
ये अब मान चुके है
मेरी इन कहानियों मे तुम बस मेरी रहोगी ये
तुमको मनाना बाकी है-
एक सीख ज़रूर दे गए वो जाते जाते हमे
उम्र भर के लिए
ज़िंदगी से हार जाना पर किसी से
एकतरफा मोहब्बत ना करना-
ये कहानी नही कोई
मेरे जीवन की सच्चाई है,
जिसे भी चाहा दिल से ना जाने क्यों
उसके प्यार मे ही बेवफाई है-
ना हम भी कुछ कह सके
बस यूँ ही खामोशी में हम टूटे
और आँखो की बरसात ना थमी-
ऐ खुदा तू ये बता
ये एकतरफा प्यार कोई गुनाह क्यों है?
और ये कोई गुनाह है तो यूँ जिंदा रहना ही
मेरी सज़ा क्यों है
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शिकवा आपसे नही कोई
ना ही कोई गिला है
यू ही एकतरफा प्यार होने से
प्यार मिल नही जाता 😒
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