gaurav agrawal   (Gaurav Agrawal)
379 Followers · 1.1k Following

Joined 4 September 2019


Joined 4 September 2019
1 MAY AT 22:51

मजदूर दिन रात मेहनत मजदूरी करते हैं,
किसी तरह अपनी ज़रूरतें पूरी करते है।
मुश्किलों को हमेशा हंस कर गले लगाते,
विलासिता नहीं बस चीज़ ज़रूरी रखते है।
दुनिया जिस पर घूम रही बड़ी इतरा कर,
उसकी नीव ये खुद अपने हाथों से रखते है ।
ताजमहल जैसे इमारतों की प्रशंसा करते है सभी,
उन्हें बनानेवाले से दूरी रख प्रशंसा नहीं करते हैं ।

-


30 APR AT 22:47

सब की खुशी की चाह में अपना बहुत खो देता हूँ ,
बिछा फूल सब के लिए ख़ुद के लिए काँटे बो देता हूँ।

लगा देते हूँ औरों के खुशियो में जी जान अपनी हमेशा,
सुकून की नींद कहाँ अब रात काटने के लिए सो लेता हूँ ।

भलाई परोपकार धर्म जाना था मैंने बदले में दाग मुझे,
उन दागो को अपनी छोटी छोटी आसुओं से धो लेता हूँ।

लोगों के व्यवहार ने किया आघात ना जाने कितने बार,
हर दफ़ा चुपके से लोगों से छुपाकर दिल खोलकर रो लेता हूँ ।।


-


28 APR AT 11:09

कभी भी ख़ुद की कसीदे नहीं पढ़ना अपनी शान में,
बड़े बड़े बेहतर लोग राख बने पड़े हैं सुने श्मशान में।
बस इतना ही ध्यान रखना हमेशा ऊँचा रहे सर अपना,
झुके सर तो मालिक के दरबार में या किसी के सम्मान में।

इस कलयुग में मतलबी रिश्तों का बड़ा बोलबाला,
दिल से रिश्ता निभाया जो वो रहा हमेशा नुकसान में।
किसी की बनावटी चेहरे पर विश्वास नहीं करना कभी,
बासी मिठाई ही मिलती है बड़े बड़े नामचीन दुकान में।

बेवजह किसी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए,
याद रहे बहस में जवाब मुँह तोड़ देता है अपमान में।
भूल कर भी कदम पीछे नहीं करना जिंदगी के रण में,
हर किसी की हार या जीत ही होती है जंग ए मैदान मे।।

-


27 APR AT 23:01

कौन क्या होता है मैं क्या समझ लेता हूँ ,
हर सुनहरी चीज़ को सोना समझ लेता हूँ।
उम्मीद तो पत्थर के पिघलने की बना रखी,
हर किसी को अंगुलीमार जैसा समझ लेता हूँ।।

-


26 APR AT 19:46

बहता दरिया सा हूँ तब तक बहता रहूँगा,
जब तक ख़ुद समुद्र में मिल नहीं जाता।
जीवन के सफर में अब थकान कहा होती,
पाँव चलेगा जब तक मन थक नहीं जाता।
गुजरा हुए हरपल एक ख़ुशनुमा हकीक़त है,
मैं उसके ख्यालों में किसी वक़्त नहीं जाता।
नीम हकीम के चक्कर बीत गया है समय,
जिस्म से उसका दिया ज़हर क्यों नहीं जाता।
वो गली मुहल्ले अब भी बाट देख रहे हैं मेरा,
टूटे दिल से अब मैं उस शहर भी नहीं जाता।
मुझे दुःखी देख कोई और भी दुःखी ना हो,
अब दुःखी परेशान हो कर मै घर नहीं जाता।।

-


25 APR AT 22:46

दिखावटी मुस्कान को ख़ुशी समझ लेते हैं,
सच को सच बोलने पर दुश्मन समझ लेते हैं।
कुछ लोगों के इशारों पर नाचते हैं कई लोग,
वो उन्हें अपने जीने का तरीका समझ लेते हैं।।

-


24 APR AT 18:33

मेरी चाहत को आबाद नहीं रख पाओगे,
ख़ुशनुमा पल तुम याद नहीं रख पाओगे।
मुझसे बात बात यूही रूठ जाते थे हमेशा-
मेरे जाने के बाद ये गुस्सा नहीं रख पाओगे ।।

-


22 APR AT 7:12

उम्मीदों को जिंदा रख,खुद निराश क्यों होना,
ख़ुद पर भरोसा रख,औरों पर निर्भर क्यों होना।
जो तूफ़ाँ में बर्बाद हो गए हैं उसे संवारने की सोच,
आशियाना की करे, तूफ़ाँ के बारे में चर्चा क्यों होना।

-


21 APR AT 16:02

हर दर्द लफ्जों में बयां हो ये ज़रूरी नहीं,
हर शहर में अपना कोई हो ये ज़रूरी नहीं।

चंद लोग हैं जो समझते हैं तकलीफ़ों को-
हर कोई जो समझें आपको ये ज़रूरी नहीं ।

सोने को भी देनी होती है ख़ुद के लिए परीक्षा,
हर सुनहरी चीज़ असली सोना हो ये ज़रूरी नहीं।

जिंदगी के हर मोड़ पर कुदरत लेती है परीक्षा,
हर कोई हर परीक्षा में उत्तीर्ण हो ये ज़रूरी नहीं।

-


13 APR AT 16:44

फ़ूलों की हिफ़ाज़त करने वाली पत्तियाँ बोझ लगती है,
परिवार की इज्ज़त बढ़ाने वाली बेटियाँ बोझ लगतीं है।
तूफ़ाँ में बीच मझधार फंसी नौकाओं सहारा है कश्ती,
साहिल पर भंवर से बचाने वाली कश्तियाॅ बोझ लगतीं है।।

-


Fetching gaurav agrawal Quotes