लग रही मेहंदी उधर संगीत का शोर हैं.
तकदीर को बदले हम कहां इतना जोर हैं..— % &-
अब ना ही कोई शिकवा उनसे,ना ही कोई गिला हैं
जिंदगी की राह में,बस गम ही गम मिला हैं
देख लिया हर शख्स को,हर शख़्स बदनसीब हैं
बेवफ़ा तू बेवफा मैं ,वफा किसे नसीब हैं— % &-
हम चाहकर भी ना पा सके
वो पाकर भी ना चाह सके
हम पास आए इतना दिल के
वो धड़कन तक ना जा सके— % &-
गर गुस्सा हो तो दिल खोल कर करों।
चुभती हैं खामोशी जो करना बोल कर करों।।-
अकल्पनीय अनश्वर अकारण अनवरत चाह प्यार हैं
अकस्मात अजय असहनीय अकल्पनीय पीड़ा प्यार हैं
वात्सल्य इश्क़ अनुरक्ति अनुराग लगाव प्यार हैं
पाक पवित्र पावन पुनीत प्रतिज्ञा प्यार हैं
किंचित कोरी कपोल कल्पना प्यार हैं
उत्कृष्ट-उल्लास उज्ज्वल-उन्माद प्यार हैं
शून्य भाव में भी अनंत प्यार हैं
जो हम कर रहे क्या वो वाकई प्यार हैं?-
वो बात भी ना करते थे हम,
जिसमें उनका नाम ना हो।
अब वो बात बदल देते हैं हम,
जिसमें उनका नाम भी हो।।-
Jo sabka hota hai uske sb ho jate hain🙂
Par jo sirf ek ka hona chahta use wo ek bhi naseeb nhi hota-