एक काम करते है,
दो बातें करते हैं,
एक दूजे की आंखों में डूब के,
दिल की बाते बयां करते है।
कुछ सवाल करते है,
कुछ जवाब ढूंढते है,
एक दूसरे को समझ के,
गलत फहमियों को दूर करते है।
एक काम करते है,
दो बाते करते है,
इन दूरियों को मिटाके,
अपनी मोहब्बत का इज़हार करते है।
एक काम करते है,
दो बाते करते है।-
I shed tears.
I look at her photos,
Remembering the time we spent together,
The laughs we shared, The smiles we shared,
The fights we fought, The future we thought,
How the understanding became misunderstandings,
How the love turned into anger.
From seeing future with each other,
To becoming not to ever see each other.
From hiding each other mistakes,
To make them count their every mistakes.
All those memories, all these thoughts gets flooded in my mind,
Whenever I miss the one I love...
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अंधेरों में छिपे रहते है।
उन यादों का दर्द किसी को दिख ना जाए,
इसलिए उन्हें दिल में छुपाए फिरते है।
हर ज़ख्म दिखाया नही जा सकता,
इसलिए हंसी का मुखौटा लगाए फिरते है।-
इश्क का क्या ही कसूर है,
ये तो अब नई दुनिया का दस्तूर है।
पहले इश्क दिलों से किया जाता था,
फिर शक्लो से किया जाने लगा,
और आज इश्क जिस्मानी हो गया है।
एक दिन ऐसा आएगा,
जब इश्क किस्से कहानियों में रह जाएगा,
क्योंकि तब इश्क कागज़ी रह जाएगा।।-
दोस्त क्या होता है?
दोस्त क्या होता है, आजाओ आज मै तुम्हे बतलाऊ।
दोस्त वो होता है जो दूर होके भी करीब होता है।
तुम्हारी जिंदगी की मिठास होता है,
बिना उसके हर पल बर्बाद होता है,
उसके आ जाने से जिंदगी का स्वाद ही बढ़ जाता है,
जैसे बेरंग जिंदगी में रंग भर जाता है,
बारिश में निकला इंद्रधनुष होता है,
कड़कती धूप में घने पेड़ की शीतल छांव होता है,
आजाओं तुम्हे बतलाऊ दोस्त क्या होता है,
वो जिंदगी का एक हिस्सा नहीं,
तुम्हारी जिंदगी होता है।-
ना रहा कोई ज़िक्र,
ना रही कोई फिकर।
जिसकी बात हमेशा सुना करते थे,
रही नही उसी की कदर।
सुना था लोगो को बदलते समय नहीं लगता,
खुदा तूने दिखा ही दिया,
जिंदगी बदलते एक पल भी नही लगता।
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The struggle I had,
The dreams I had,
The sleepless nights I had,
The success that one day I will have...-
जब राह से भटके,
या राह में अटके,
आंखे मूंद के, सिर झुका के,
आगे बढ़ जा उसका नाम लेके।
जिसने सबको मंजिल दिखाई,
जिसने सबकी नईया पार लगाई,
वही तेरा केवट बनके,
तुझे तेरी मंजिल से मिलवाएगा।-