क्या करूं खामोशी भी है और अंदर बहुत शोर भी !
अमावस की रात भी है और जुगनू में मचा हो होड़ भी!!-
हसीन सा ख्वाब भेजा है,
दिल से, एक दिल को, एक दिल की, याद भेजा है,
रोशनी और खुशियों से भरा हो आपका यह जीवन,
"गरिमा" द्वारा आपको दिवाली का ये खूबसूरत सौगात भेजा है,-
कौन घूमता है अब गली मोहल्ले में,
इश्क अब डिजिटल हो गया है,
और अब बातें कहां होती है रूहो की,
इश्क अब फिजिकल हो गया,-
सुना है तेरी बारात आएगी।
क्या मुझे भी अपनी शादी में बुलाएगी।।
ढोल नगाड़े शहनाई सब बजेंगे पर,
क्या तू अपने इश्क की गीत गुनगुनाएगी।।
और मेहंदी में छुपाएगी नाम उसका,
क्या अपने दिल से मेरा नाम मिटा पाएगी।।
और जब सुहाग के सेज पर बैठकर करोगी इंतज़ार उसका,
होगा तेरा जिस्म तो उसका, क्या तू अपना दिल भी उसे दे पाएगी।।
चल एक पल के लिए भूल जा सब कुछ और बस इतना बता मुझे,
जिस शख्स का हाथ थामीं है तु उसके साथ पूरी जिंदगी खुश रह पाएगी।।
तू भूल कर मेरी यादों को उन कसमो को उन वादों को,
क्या पूरी जिंदगी मेरे बिना तु जी पाएगी।।-
यार दिल टूटने से नहीं..!!
भरोसा टूटने से मेरा दम घुटने लगा..!!-
अब उसे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं तन्हा रहूं या तड़पता रहूं..!!
अब उसे तो कोई और मिल गया दिल बहलाने वाला..!!-
पहले बिस्तर पर पड़ते ही हमें नींद आ जाती थी..!!
और अब रात गुज़र जाती है करवट बदलते बदलते..!!-
पहले बिस्तर पर पड़ते ही हमें नींद आ जाती थी..!!
और अब रात गुज़र जाती है करवट बदलते बदलते..!!-
जानती हूं तेरे सीने में छुपा यह दिल किसी और के लिए धड़कता है!!
अब तू देख मेरे हरजाई सनम, तू कैसे मेरे प्यार के लिए तरसता है!!-