पता है, मैं मोहब्बत में सिर्फ झूठ लिखती हूंं,
हर बार ना सही, सच एक बार तो होगी ।
तुम्हारा आना और मेरा रुकना कुछ अलग है,
तुम पहली मोहब्बत हो, तुम में कोई बात तो होगी ।।-
'गोविंद'...'गार्गी' की ज़रुरत हैं !!©
❤️
Lucknowite 📍
Q: What hurts the most ?
A : Being a substitute.
When you realise that you are
just another cloud for the one
who is your only sky.-
कुछ यूं हुआ कि ख़्वाब सारे,
मिट गए हैं राख बनकर,
ये तेज़ाब देखो बुझा गया,
मेरे मान को और मन को भी ।
अब जलकर बुझी नहीं तो सुन,
ये आंचल अभी भी जल रहा,
एक नया है आदम ज़िंदा हुआ,
जो है सजा रहा मेरे तन को भी ।-
मेरे चहरे ने संभाल रखा है नक़ाब सुकून का,
मेरे अंदर एक तूफान खा रहा है मुझे।-
कबसे गुमशुदा हूं या शायद ज़िंदा नहीं हूं अब,
क्यों लिखने वाले अपना ही किरदार मारते हैं ।-
हौसले से मिटता है सपनों का फ़ासला लेकिन,
तक़दीर को भी लक़ीरों का पुल चाहिए।
ख़ुदा की मरम्मत पर शक़ नहीं मुझे लेकिन,
मेरी इबादत को मनारों का गुल चाहिए।।-
था मुमकिन बहुत कि चाँद, रात की बाज़ी लगाए,
पर इन दियों के उजाले से, अमावस के दाम गिर गए!!
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तेरी मौजूदगी में मौजूद हैं कुछ रंजिशें ऐसी,
कि तेरे होने से तो लगे है तेरा ना होना बेहतर !-
जो उलझ रहा है मेरे हर बयाँ के धागे में,
वो मेरी ख़ामोशी को कैसे सुलझाएगा !-