आइना क्यूं ना दूं , की तमाशा कहे जिसे
वो किरदार तुम ही हो , दुनिया महफिल कहे जिसे...
-
Gagan Pandey
(Gagan Pandey)
6 Followers · 3 Following
Joined 22 January 2019
31 AUG 2022 AT 4:15
21 OCT 2021 AT 15:32
यें रातें यूं ही कट रही है
आंखों से नींदें उजाड़ के
आप तो हरररर.... चीज का हिसाब लेते हो साहब
क्या इन्हें भी रखूं संभाल के....
-
11 AUG 2021 AT 0:47
बिछड़े हुए लोगो से भी , कभी मुलाकात होगी
चुप रहकर भी , पहले वो बात होगी....-
20 JUL 2021 AT 20:50
बारिश देखकर लगा कि तुम यही हो...
वरना हम तो निकल चुके थे तुम्हे खोजने......
-
18 JUL 2021 AT 0:51
काश ! इन धड़कनो का भी कोई दीवाना हो..
एक बार कहो तो सही, भले ही वो तेरा बहाना हो.....-
17 MAY 2021 AT 11:42
आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा
गुज़रे हुए वक़्त को फिर से गुजरते देखा...-
16 APR 2021 AT 15:54
ना ठहरा है न ठहरेगा
ये जज्बा तुझे पाने का
धड़कती रहेगी ये धड़कन तब तक
जब तक समय न हो जाये तेरे आने का......-