Nahi hota kuch bhi apne ap Parti hai karni joro mehnat Tavi paye name , sohrat Bane ek nayi pehchan Hoti hai jannat hasil Tajurbe pe kayem rahe har soch Halat bhi sodarte hai dhire dhire Hota hai sab kuch thik Kyuki mehnat ka fal hota hai mitha
तुम देख सकते हो लेकिन फिऱ भी अंजान बने हो यू तो बाते करते थे लाखों की पर उन बातो में दम कहा था कहते थे सात जन्मों के साथी सारी उम्र साथ निभाना है बीच राहों मैं यू मोह मोड़ गए जैसे कोई दुश्मनी निभानी है तुम तो है एक फरेब के बूंद जिसने था पेहना नकाब अच्छाई का तुम तो थे ढोंगी राजा ढ़ोंग करते थे अनेको का पर पकड़े गए बीच रहो मे समय ने यू अँगड़ाई ली समय के साथी दुश्मन बने अब एक दुसरे के बुराइयों से बनी है नई पहचान सी तेरी आदत भी छूट गई निग़ाहों मैं ठहराब भी आया नई पहचान बन गयी ... ज़िदगी ने आगे बढ़ने की ठानी और हम एक पंन्छी कि तरह उसके लहर मैं उड़ते गए ...।।
अगर रोक लेते तो हम साथ होते ... हातो मैं हाथ , कदम कदम पर साथ , दुःख सुख के साथी एक दूसरे के सहभागी होते , प्यार से दुनिया जीत लेते खामोशियाँ को भी मिटा देते , रूठना मनना भी चलता रहता , दुआ मैं भी वफ़ा होती , हवाओ का रुख भी मोड़ लेते , आगर हम साथ होते ये जिंदगी हसीन होती
Aj to itbar hai Pariwar ke sath samay bitana hai Moj masti vara din Yaha rakha jata hai apno ka khayl Aj to ghari ki safai joro se hogi Swadist nasta bhi milan hogi Aj toh khubsut din hai Jaha apno se dher si bate hoti hai Har itbar kuch khas hai Kyuki asli maja toh sab je sath hai