कभी किसी के लिए इतने आसान मत बनिए
कि आपको हल करने से पहले ही छोड़ दे...
BUT FACT IS THAT
SIMPLE THINGS ARE MORE COMPLICATED-
HAPPY TO ALL TIME 🙂🙃
बस सोचो, मंज़र देखो, और दिल की कलम से तकदीर के काग़ज़ पर ... read more
मजदूरी और मज़बूरी का
रिश्ता बहुत पुराना है
एक पल भी न चैन से सोया
जो गृहस्थी का ताना बाना हैं-
इल्म (part 3)
है याद मुझे एक रोज कहा था
मेरी माँ ने मुझसे
तुम दिल का मेरे टुकड़ा हो
हो हर गहने से बड़के
फिर तुम भी माँ न चाहोगी
इस गहने को कोई तोड़े
रखे सजाकर माथे अपने
इसको न कोई छेड़े....
To be continue....-
इल्म (part 2)
मैं अपना धागा बाँधूंगी
सबको इक जैसा मानूँगी
इस दुनियादारी के हिस्से में
अपना पल्ला झाड़ूगी
ये तौर तरीके हुए पुराने
अपने ढंग से मैंने चलना
सबको लेकर चलूँगी संग पर
सबके संग में अब नहीं पिसना...
To be continue.....
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इल्म (part 1)
इस डर डर के चक्कर में
मैं जाने कैसे झूल गई
हाथ उठाना कक्षा में
मैं प्रश्न करना भूल गई
क्यू ऐसा मुझको सिखा दिया माँ
झुका के आंखे रखना है
क्यू ऐसा मुझको इल्म दिया कि
गैरों के संग रहना है...
To be continue???-
हर ज़िद को पूरा करने
की तो ज़िद नहीं हैं...
पर ज़िद हैं एक ज़िद को
किसी भी ज़िद पर पूरा करने की
AFMC-
कभी कभी वक़्त के साथ, सब ठीक नहीं ब्लकि...खत्म हो जाता है.....
I hope you'll try to find solution with respect to time 🙆-
हर बार नहीं होगी
मुताबिक ज़िंदगी हमारे
इसलिए...
कुछ बेहतरीन होगा आगे
ये सोचकर मुस्करा लेती हूँ-
नन्हे नन्हे कदमों से
दूर भागता जा रहा
बचपन...
उड़ा के चोला दुनिया का
भोलापन लेता जा रहा
बचपन।-
ताउम्र इंतजार किया
जिसका जागकर...
एक झपकी क्या आई,
वो आके गुजर गए-