✍FREE✍TIME✍ ✍WRITER✍   (Myster Y)
2.1k Followers · 64 Following

read more
Joined 15 December 2018


read more
Joined 15 December 2018
20 DEC 2021 AT 22:10

चीज़ को नाचीज़ बना बैठे हो
शायद दिल का भाव गिर गया है
बाजार में।

-


16 DEC 2021 AT 9:28

शरद हवाएँ चलीं
फिर तेरी यादें
एकाएक इतनी बलवान
हो गईं।
न चाहते हुए भी
तुझसे दूरी
दमघोटू-सी खलती है।

-


5 AUG 2021 AT 11:14

टूटता तारा
हाय! बेचारा
जिसको देखो
माँगे सहारा।
वो स्वयं टूटा है
नसीब उसका,
उससे ही रूठा है।
वो पहले ही था
या अब बेघर हो रहा
सच यह,
अभी भी अनूठा है।
टूटा तारा
हाय! बेचारा।

05/08/21 (9:54 Am)

-


27 JUL 2021 AT 19:51

मायने नहीं रखता,
शायद नज़रिया ही बदल गया है
एक अरसे से।

-


27 JUL 2021 AT 17:54

दर्द को उन्होंने जन्मा,
उसे जी अब यह दिल रहा है।

-


15 JUL 2021 AT 12:37

Yesterday's interaction with IG Lucknow Range.

-


5 JUN 2021 AT 19:36

Environment Day 🤣🤣

What to say?
People's, society &
Officials are aware enough.
Torrential clouds,
But little bit rain.
Baaki to aap samajhdar haiyen.

-


22 MAY 2021 AT 14:57

क्या उसकी पलकों में
आज भी छाँव है,
वो आँखें झपकाएँ
तो ज़रा अहसास हो।

-


17 MAY 2021 AT 6:13

May be my conglomerate
Seems to you with so many.
But it's with the only one
That is your absolute soul.

-


28 APR 2021 AT 15:21

कहत, नटत, रीझत, खिझत, मिलत, खिलत, लजियात।

भरे भौन मैं करत हैं, नैननु ही सब बात॥

-


Fetching ✍FREE✍TIME✍ ✍WRITER✍ Quotes