नई फ्रेम में उसकी वही तस्वीर पुरानी हैं
हर नारी की खुद में एक संघर्ष भरी कहानी हैं..।।
खुद के घर में हैं मेहमान , तो दूसरे घर से आई हैं, बोलो नारी किस घर को आखिर अपना घर बताएगी..।।
गंगा जैसी पावन हैं, पर किस- किस को समझाएगी, हर खिड़की हर दरवाज़े से एक उँगली उठ जाएगी..।।
बन लक्ष्मी , दुर्गा ,सरस्वती यहां हर घर में पूजी जायेगी,
उसी नारी की इज़्ज़त बीच चौहराये फिर बिखेरी भी जाएगी..ll
बाप की पगड़ी , भाई की इज़्ज़त ना जाने कितने रिश्तो का कर्ज निभाती आई हैं,
समय- समय पे उसी रिश्तों से यह लुटती भी आई हैं ..ll
अग्निपरीक्षा ने ना जाने, उसके के कितने सपनों को जलाया हैं
अभद्र तानों से,
सीता जैसी नारी को भी इस समाज ने रुलाया हैं..ll
गर्भ में ही उसकी कर के हत्या , जो मुस्कुराया हैं
नारी से ही हैं संसार, ये समाज कहाँ समझ पाया हैं..।।
उसके सपनों को बेड़ियों से बांध दी जाएगी
अरे तूम ढील तो दो
करने अपने सपनों को साकार वह, जरा भी नहीं डगमगायेगी..ll
जमाने की चुनौती से निकल आगे ,खुद की अलग पहचान बनाएगी
नारी हैं वो ,
खुद की कहानी खुद के कलम से लिख कर आएगी..।।-
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विदा किया खुद को,तुझसे किये हर एक वादे से..
तेरी दिखाई झूठी ख़्वाबों से,
तेरी मुझ पे लगाई तोहमत और उन में किये फ़रियादो से..
जा आज खुद को विदा किया, तेरी उन यादों से..।।।।
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जब जब दिन ढलती हैं, और रात आती है..
तेरी फ़रेबी निगाहें याद आती है।।
बारिश की बूँदे जब जिस्म में समाती है ,
तेरे स्पर्श की एहसास अक्सर वो दे जाती है।।
तुझ से हुई बिछड़न की पीड़ा,अभी मुझे में कहीं बाकी है।।
जो मेरे लफ्ज़ो से बयां नही हो पाती है।।
हाले दिल कहाँ ,आँखे भी छुपा पाती है ।
किसे बताऊ मैं अपनी हँसी में छुपे उन दर्द को,ये दुनिया भी कहाँ समझ पाती है।।
चाँद से भी क्या शिकायतें करूँ तेरी,
मेरी इन आसुंओं का मोल उसकी चाँदनी भी कहाँ चुका पाती है ।।-
हो अगर दिल में प्यार
फिर मिलेंगे बिछड़े वो यार..।।
भूल सारे गीले शिकवे और तकरार
फिर आएगी रिश्तों में निखार..।।
गले लगकर एक दूसरे से ,
फिर निकल आयेंगे आँखों से आशु बन दिल के जज़्बात..।।
जो करवाएगी हमारी दोस्ती में पहले वाला एहसास,
फिर दोस्ती हो जाएगी हमारी ख़ास..।।
खत्म हो ग़लतफमि के दरार, फिर आएगी रौनकें हज़ार
जब मिल बैठेंगे बिछड़े वो दो यार..।।
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SOCIAL MEDIA_FRAGRANCE_OF_WORLD0
Jahan se suru kiya tha safar
Fir wahin aa kr khare ho gaye
Ajnabi the Ajnabi ho gaye....💔-