जब भी मिलूगा अकेला ही मिलूगा भाई !झु़ंड मे चलना आदत नहीं हैं मेरी ☝🏻✌🏻🥀 -
जब भी मिलूगा अकेला ही मिलूगा भाई !झु़ंड मे चलना आदत नहीं हैं मेरी ☝🏻✌🏻🥀
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जीवन का आनंद लेने के लिए सबसे जरूरी यह है,कि आप बस खुश रहें यह मायने रखता है. -
जीवन का आनंद लेने के लिए सबसे जरूरी यह है,कि आप बस खुश रहें यह मायने रखता है.
ज़मीर बेच कर अमीर बन जाना!इससे बेहतर है फकीर बन जाना! -
ज़मीर बेच कर अमीर बन जाना!इससे बेहतर है फकीर बन जाना!
शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी, पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!जवानी का लालच दे के बचपन ले गया!अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा? -
शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी, पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!जवानी का लालच दे के बचपन ले गया!अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा?
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।। आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।। -
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।। आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।
मुझे बस तू चाहिएकिसी और से कोई फर्क नहीं।अब हाथ पकड़े हैं तो पुरी उम्र के लिए पकड़ना मेरी जान।जिन्दगी पार करना हैं कोई सड़क नहीं। -
मुझे बस तू चाहिएकिसी और से कोई फर्क नहीं।अब हाथ पकड़े हैं तो पुरी उम्र के लिए पकड़ना मेरी जान।जिन्दगी पार करना हैं कोई सड़क नहीं।
जितने का यह हुनर भी आजमाना चाहिए।जितने का यह हुनर भी आजमाना चाहिए।भाईयो से जंग हो तो हार जाना चाहिए। -
जितने का यह हुनर भी आजमाना चाहिए।जितने का यह हुनर भी आजमाना चाहिए।भाईयो से जंग हो तो हार जाना चाहिए।
डिग्री लेकर रिक्शा खींचे युवक इन बाजारों में।अनपढ़ नेता दोरे पर है मंहगी मंहगी कारो में। -
डिग्री लेकर रिक्शा खींचे युवक इन बाजारों में।अनपढ़ नेता दोरे पर है मंहगी मंहगी कारो में।
आँखों में गर हो गुरुर,तो इंसान को इंसान नहीं दिखता,जैसे छत पर चढ़ जाओ तो,अपना ही मकान नहीं दिखता. -
आँखों में गर हो गुरुर,तो इंसान को इंसान नहीं दिखता,जैसे छत पर चढ़ जाओ तो,अपना ही मकान नहीं दिखता.
समुद्र को घमंड था कि वोपूरी दुनिया को डूबा सकता है,इतने में एक तेल की बूँद आयीऔर उसपर तैरकर निकल गयी. -
समुद्र को घमंड था कि वोपूरी दुनिया को डूबा सकता है,इतने में एक तेल की बूँद आयीऔर उसपर तैरकर निकल गयी.