मर्द की अना और उसका वकार
किसी किसी रोज़ हद से पार हो जाता है।।
مرد کی انا اور اُسکا وقار
کسی کسی روز حد سے پات ہو جاتا ہے۔۔— % &-
तस्वीरें बे-हिसाब बातें करतीं हैं
बस दीवारें अपनी जगह में हों।।
Tasveerein Be - Hisaab batein karti hain
Bas deeware apni jagh mein ho..-
जाने कितने दाग़ होंगे आइने में
मुझमें हमेशा ऐब दिखाता है।।
jane kitne daag honge aaine me
mujh me humesha aib dikhata hai..-
मुझे तन्हाई पसंद है लेकिन तन्हा लोग नही
हर शक्स मुझसे मिलता है बस मुझे छोड़ कर।।
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हक़ और हकीकत का पैमाना तो ये भी रहा,
मर्द को हुमेशा पसंद की औरत से बे-रुख़ी और रुसवाई मिली।।
Haq aur Haqeeqat ka paimana to ye bhi raha, mard ko humesha pasand ki aurat se be-rukhi aur ruswai mili..-
जिस औरत में हया नहीं होती
वो सिर्फ़ चेहरे से ख़ूबसूरत लग सकती है।।
Jis aurat mein haya nahi hoti
Vo sirf chehre khoobsurat dikhti hai..-
मन्नते बहुत हैं
शहर में मेरे मज़ारात कम हैं।।
Mannate bahut Hain
Shehar mein mere mazarat kam hain..-
इन दिनों मैं अजब जहालत में हूं , जुर्म का एतराफ कर के मैं उस जुर्म को ही भूल गया।।
In Dino Maine ajab jahalat mein hoon , jurm ka aetraaf kar ke main jurm ko hi bhool gaya..-
जिसको दफना रखा था मिट्टी में कहीं
उस लिबास का आज ख़्याल आ रहा ।।-